तुर्की ने रूस को दी चेतावनी, कहा- इदलिब पर हमला नहीं रोका तो 'खून की नदियां बह जाएंगी'
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तुर्की ने रूस को दी चेतावनी, कहा- इदलिब पर हमला नहीं रोका तो 'खून की नदियां बह जाएंगी'

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने रूस और ईरान से सीरिया में हमला रोकने का अनुरोध किया था जिसे रूस ने नकार दिया.

तुर्की ने धमकी देते हुए कहा कि हजारों बेकसूरों का खून बहेगा.

नई दिल्ली: तुर्की ने शनिवार को कहा कि सीरिया और रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र इदलिब प्रांत में हमले जारी रखना बंद नहीं करेंगे तो खून की नदियां बह जाएंगी. तुर्की ने धमकी देते हुए कहा कि हजारों बेकसूरों का खून बहेगा. लोगों को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ेगा. इससे पहले, तेहरान में तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने रूस और ईरान से सीरिया में हमला रोकने का अनुरोध किया था जिसे रूस ने नकार दिया. सीरिया सरकार की सेना इदलिब  प्रांत की तरफ बढ़ रही है.  

तुर्की के विदेशमंत्री का कहना है कि उनका उद्देश्य, उत्तरी सीरिया के इदलिब की स्वतंत्रता के लिए अभियान को रोकना है क्योंकि इस क्षेत्र में आम नागरिकों को खतरा है. इदलिब सीरिया के उत्तर पश्चिम में स्थित है और तुर्की से इस प्रांत की सीमा मिलती है. फिलहाल यहां तीस लाख लोग रह रहे हैं. इस क्षेत्र पर सैन्य हमले से तुर्की को काफी नुक़सान उठाना पड़ सकता है और लोग और आतंकवादी तुर्की की ओर जा सकते हैं. एक अनुमान के मुताबिक इदलिब में तीस हज़ार से अधिक आतंकवादी मौजूद हैं और इसीलिए अगर इदिलब को स्वतंत्र करा लिया गया तो यह सीरिया में सात वर्षों से जारी गृहयुद्ध का भी अंत होगा. 

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ट्रंप ने सीरिया, रूस और ईरान को इदलिब में हमले के खिलाफ चेताया
आपको बता दें कि इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट करके रूस और ईरान को इदलिब में हमले के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा था कि, “सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को इदलिब प्रांत पर बिना सोचे-समझे हमला नहीं करना चाहिए. ऐसा करके रूस और ईरान एक बड़ी गलती करेंगे.' संयुक्त राष्ट्र और राहत समूहों ने चेताया है कि इदलिब प्रांत में इस हमले से पिछले सात वर्षों के सीरिया संघर्ष का सबसे बड़ा मानवीय संकट खड़ा हो सकता है. सीरिया सरकार के सुरक्षा बल इदलिब प्रांत के बाहर जमा हो रहे हैं. यह स्थान विद्रोहियों और हिंसक चरमपंथी लड़ाकों का गढ़ है.

यहां दुनिया भर में काली सूची में डाले गए ‘आतंकवादी संगठन’ भी मौजूद हैं. रूस और ईरान ने इस बात पर जोर दिया है कि चरमपंथी गुटों को इदलीब में हराया जाना बेहद जरूरी है.ईरान के विदेश मंत्री ने सोमवार को अपनी दमिश्क यात्रा के दौरान कहा था कि देश के इदलीब प्रांत से ‘आतंकवादियों का सफाया’ करना बेहद जरूरी है और पूरे पश्चिमोत्तर प्रांत को सरकार के नियंत्रण में वापस आना चाहिए.  

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सीरिया के इदलिब में ‘‘हिंसक’’ हवाई हमले
निगरानी समूह ‘सीरियन आब्जर्वेटरी फोर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि देश में विद्रोहियों के आखिरी बड़े गढ़ इदलिब में रूस ने शनिवार को एक महीने के भीतर दूसरी बार ‘‘सबसे हिंसक’’ हवाई हमले किए. सीरिया में संघर्ष को लेकर त्रिपक्षीय शिखर वार्ता के नाकाम होने के बाद ये हमले हुए. सीरियाई सरकार सहयोगी देश रूस एवं ईरान और विद्रोहियों का समर्थन करने वाले तुर्की के नेताओं के बीच तेहरान में हुई शिखर वार्ता इदलिब में संघर्ष को रोकने के मुद्दे पर सहमति बनाने में नाकाम रही. शनिवार को दर्जनों रूसी लड़ाकू विमानों ने इदलिब के दक्षिणी एवं दक्षिणपूर्वी इलाकों में हवाई हमले किए.  ब्रिटेन स्थित निगरानी समूह ने कहा कि हमले में कम से कम चार आम नागरिक मारे गए जिनमें दो बच्चे शामिल हैं. 

इनपुट भाषा से भी 

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