US News: आठ घंटे तक कार में बंद 2 साल के बच्चे की गर्मी के कारण मौत, हत्या के आरोप में पिता गिरफ्तार
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US News: आठ घंटे तक कार में बंद 2 साल के बच्चे की गर्मी के कारण मौत, हत्या के आरोप में पिता गिरफ्तार

Hot Car Death in US: अमेरिका में में हर साल 38  बच्चे गर्म कारों में मर जाते हैं. आंकड़े यह भी बताते हैं कि 1990 के बाद से गर्म कारों में 1,052 से अधिक बच्चे मारे गए हैं

US News: आठ घंटे तक कार में बंद 2 साल के बच्चे की गर्मी के कारण मौत, हत्या के आरोप में पिता गिरफ्तार

US Alabama State: अमेरिका में एक कार में अकेले छोड़े दिए गए दो साल के बच्चे की अत्यधिक गर्मी के कारण मौत हो गई. यूएसए टुडे ने किड्स एंड कार सेफ्टी के हवाले से यह जानकारी दी है. यह घटना 27 फरवरी को अलबामा के एटमोर में हुई थी. एडवोकेसी ग्रुप ने कहा कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका की 2023 की पहली हॉट कार मौत  है.

बच्चे के पिता, 51 वर्षीय शॉन रौन्सावल पर लापरवाह हत्या का आरोप लगाया गया है. वेबसाइट noheatstroke.org के अनुसार, फरवरी के महीने में एक गर्म कार के अंदर मौत दुर्लभ है, 1998 के बाद से ऐसे केवल छह मामले सामने आए हैं.

डेकेयर की जगह कार में बच्चे को छोड़ा
यूएसए टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि बच्चे को पिता द्वारा डेकेयर में छोड़ने के बजाय आठ घंटे तक कार में छोड़ दिया गया था. उन्होंने कहा कि अटमोर कम्युनिटी हॉस्पिटल द्वारा पुलिस से संपर्क किए जाने के बाद रौन्सावल को गिरफ्तार कर लिया गया. अस्पताल ले जाने के कुछ देर बाद ही डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.

अमेरिका में राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि एटमोर में तापमान 80 डिग्री फ़ारेनहाइट (26.6 डिग्री सेल्सियस) था. लेकिन noheatstroke.org ने कहा कि एक गर्म कार के अंदर, यह केवल एक घंटे में 123 डिग्री फ़ारेनहाइट (50 डिग्री सेल्सियस) तक जा सकता है.

वेबसाइट ने कहा, ‘जब शरीर का मुख्य तापमान 107 डिग्री या उससे अधिक हो जाता है, तो कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और आंतरिक अंग बंद होने लगते हैं. घटनाओं का यह झरना तेजी से मृत्यु का कारण बन सकता है.’

हर साल 38  बच्चे गर्म कारों में मर जाते हैं
अमेरिका में एडवोकेसी ग्रुप्स का कहना है कि देश भर में हर साल 38  बच्चे गर्म कारों में मर जाते हैं. आंकड़े यह भी बताते हैं कि 1990 के बाद से गर्म कारों में 1,052 से अधिक बच्चे मारे गए हैं और कम से कम 7,300 अलग-अलग प्रकार की चोटों से बच गए हैं.

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