कौन हैं भारतवंशी कश्‍यप काश पटेल? ट्रंप के करीबियों में गिनती, बन सकते हैं CIA चीफ
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कौन हैं भारतवंशी कश्‍यप काश पटेल? ट्रंप के करीबियों में गिनती, बन सकते हैं CIA चीफ

Kashyap Kash Patel : डोनाल्‍ड ट्रंप जीत गए हैं और अब बारी है उनकी टीम में चुने जाने वाले धुरंधरों की. इस मामले में भारतवंशी कश्‍यप काश पटेल का नाम जोरों पर है, जिन्‍हें ट्रंप सीआईए चीफ नियुक्‍त कर सकते हैं.

कौन हैं भारतवंशी कश्‍यप काश पटेल? ट्रंप के करीबियों में गिनती, बन सकते हैं CIA चीफ

CIA Chief (Central Intelligence Agency) : अब डोनाल्‍ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्‍ट्रपति होंगे. 4 साल के अंतराल के बाद वे फिर से अमेरिका के नए 'बॉस' होंगे. जल्‍द ही वे अपने नए मंत्रिमंडल और अन्‍य निकायों के प्रमुखों को भी चुनेंगे. इसे लेकर विभिन्‍न लोगों के नाम चर्चा में आने शुरू हो गए हैं. इन नामों में भारतवंशी कश्यप 'काश' पटेल का नाम खासा चर्चा में है.

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बन सकते हैं सीआईए चीफ

अमेरिका में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी यानी सीआईए दुनिया की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी है. जो कि अमेरिका की राष्‍ट्रीय सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है. खबरों के मुताबिक डोनाल्‍ड ट्रंप भारतवंशी कश्‍यप काश पटेल को सीआईए चीफ की जिम्‍मेदारी दे सकते हैं. दरअसल, ट्रंप के सहयोगियों ने सीआईए प्रमुख के रूप में नियुक्ति के लिए पटेल का नाम आगे रखा है.

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कौन हैं कश्‍यप काश पटेल?

भारतीय मूल के कश्‍यप काश पटेल की गिनती ट्रंप के करीबियों में होती है. 1980 में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में जन्‍मे कश्‍यप पटेल के गुजराती भारतीय माता-पिता पूर्वी अफ्रीका से कनाडा के रास्ते संयुक्त राज्य अमेरिका में आकर बसे थे. पटेल के पिता एक विमानन फर्म में वित्तीय अधिकारी के रूप में काम करते थे.
 
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लॉ फर्म में नहीं मिली नौकरी तो बन गए पब्लिक डिफेंडर

कश्‍यप पटेल ने कानून की डिग्री हासिल करने के लिए न्यूयॉर्क लौटने से पहले रिचमंड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. साथ ही ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के लॉ डिपार्टमेंट से अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया. इसके बाद भी जब कश्यप काश पटेल को प्रतिष्ठित लॉ फर्म में नौकरी नहीं मिली तो वह एक पब्लिक डिफेंडर बन गए. न्याय विभाग में शामिल होने से पहले मियामी में उन्‍होंने स्थानीय और संघीय अदालतों में लगभग नौ साल काम किया.

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ट्रंप के पिछले कार्यकाल में रहे सक्रिय

44 वर्षीय कश्यप काश पटेल ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में ट्रंप के आतंकवाद विरोधी सलाहकार और उनके पिछले कार्यकाल के दौरान कार्यवाहक रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम किया था. इस दौरान उन्‍होंने कई महत्‍वपूर्ण जिम्‍मेदारियां निभाईं. साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी के रूप में खासा अनुभव लिया. उन्‍होंने आईएसआईएस और अल-कायदा के अल-बगदादी तथा कासिम अल-रिमी जैसे नेताओं के सफाए और कई अमेरिकी बंधकों को वापस लाने के मिशन में काम किया.
 
2019 में वकील के रूप में तत्कालीन ट्रंप प्रशासन में शामिल हुए काश पटेल तेजी से शीर्ष पदों की ओर बढ़े और अब ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में सीआईए चीफ बनने की रेस में सबसे आगे हैं.

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