कौन हैं श्री थानेदार? डोनाल्ड ट्रंप की आंधी के खिलाफ भारत के लड़के ने रचा इतिहास
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कौन हैं श्री थानेदार? डोनाल्ड ट्रंप की आंधी के खिलाफ भारत के लड़के ने रचा इतिहास

 Shri Thanedar Indian Americans win elections:  अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार रिपब्लिकन पार्टी की जमकर आंधी चली. नतीजा डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं, लेकिन जब अमेरिका में चारों तरफ ट्रंप की आंधी थी तो एक भारतीय लड़के ने दोबारा उनकी पार्टी को हराकर सांसद बन गया है. आइए जानते हैं कौन हैं श्री थानेदार.

 

कौन हैं श्री थानेदार? डोनाल्ड ट्रंप की आंधी के खिलाफ भारत के लड़के ने रचा इतिहास

 Shri Thanedar: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे लगभग आ चुके हैं. पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को बहुमत मिल गया है और उन्होंने उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को बड़ी मात दी है. कमला हैरिस भले ही ट्रंप के आंधी के सामने हार गई हैं. लेकिन उनके पार्टी के श्री थानेदार ने इतिहास रच दिया है. सबसे खास बात.  श्री थानेदार का रिश्ता भारत से है. यानी एक भारतीय ने ट्रंप की आंधी में भी अपना वर्चस्व कायम रखा. 

श्री थानेदार मिशिगन से दोबारा बनें सांसद
भारतीय अमेरिकी सांसद श्री थानेदार मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से एक बार फिर निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी मार्टेल बिविंग्स को 35 प्रतिशत से अधिक अंतर से हराया और वे दूसरे कार्यकाल के लिए पुनः निर्वाचित हुए. एक बयान में उन्होंने अपनी जीत का श्रेय मतदाताओं को मजबूत आधारभूत सेवाएं प्रदान करने, कामकाजी परिवारों के पक्ष में खड़े होने, यूनियन के पक्ष में लड़ाई लड़ने और हमेशा प्रजनन स्वतंत्रता के हक में अपनी लड़ाई को दिया.

आइए जानते हैं कौन हैं श्री थानेदार?
श्री थानेदार ने मिशिगन की राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में खुद को मजबूती से स्थापित किया है, उन्होंने राज्य के 13वें जिले से अमेरिकी कांग्रेस के लिए फिर से चुनाव जीता है. भारतीय अमेरिकी कांग्रेसी ने रिपब्लिकन मार्टेल बिविंग्स को 35 प्रतिशत से अधिक अंकों से हराया, और भारी समर्थन के साथ दूसरा कार्यकाल हासिल किया.

कर्नाटक में जन्मे
भारत के कर्नाटक में जन्मे थानेदार उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने पीएचडी और उसके बाद एमबीए की डिग्री हासिल की. ​​एक रसायनज्ञ और उद्यमी के रूप में पृष्ठभूमि के साथ, उन्होंने जल्दी ही सार्वजनिक सेवा के लिए खुद को ढाल लिया, पहले मिशिगन स्टेट हाउस में और फिर वाशिंगटन, डीसी में. जनवरी 2023 में पदभार ग्रहण करने के बाद से, थानेदार मजबूत घटक सेवाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता, कामकाजी परिवारों के लिए लड़ने और यूनियनों और प्रजनन स्वतंत्रता की वकालत के लिए जाने जाते हैं. वे अपनी जीत का श्रेय अपनी टीम के प्रयासों को देते हैं, जो आव्रजन से लेकर दिग्गजों के लाभों तक स्थानीय चिंताओं को दूर करने में लगे हैं.

कैसे जीता चुनाव?
थानेदार ने कहा, ‘‘मैं जहां भी जाता हूं, वहां के लोग हमेशा मेरे पास आते हैं और बताते हैं कि किस तरह मेरे कार्यालय ने उनकी आव्रजन संबंधी समस्याओं, वीजा सुरक्षित करने, पूर्व सैनिकों को मिलने वाले लाभ, आयकर रिटर्न आदि में उनकी मदद की. यह मेरी और मेरी टीम की कड़ी मेहनत का प्रमाण है कि हमने अपने मतदाताओं की कितने प्रभावी तरीके से सेवा की.

अपनी टीम को दी बधाई
मुझे मेरी टीम पर गर्व है.’’ थानेदार ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं अपने विरोधियों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेतृत्व को मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद देता हूं, साथ ही उन सभी यूनियन और समूहों को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मेरे अभियान का समर्थन किया. इनपुट भाषा से भी

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