ओमिक्रॉन पर लगातार चेतावनी दे रहे WHO ने पहली बार कही राहत भरी बात
Advertisement

ओमिक्रॉन पर लगातार चेतावनी दे रहे WHO ने पहली बार कही राहत भरी बात

अबतक ओमिक्रॉन (Omicron) के बारे में बहुत कुछ साफ नहीं है. जैसे कि क्या यह ज्यादा संक्रामक है, क्या यह लोगों को गंभीर रूप से बीमार करेगा, या क्या यह वैक्सीन से मिलने वाली सुरक्षा को चकमा दे सकता है.

कोरोना का नया वेरिएंट दुनिया के सामने खतरे की घंटी

मनीला: दुनिया भर के लिए खतरे की घंटे बन चुके कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक राहत भरी खबर दी है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के सामने आने के बाद भी डेल्टा (Delta Variant) के खिलाफ अपनाये गए उपाय इस महामारी से जंग की बुनियाद बने रहने चाहिए.

  1. ओमिक्रॉन को लेकर आई राहत की खबर
  2. डेल्टा के खिलाफ किए उपाय ही कारगर
  3. भारत में भी मिले नए वेरिएंट के मामले

बॉर्डर सील करने से मिलेगा वक्त

इसके अलावा WHO ने यह माना कि  स्वीकार किया कि कुछ देशों की ओर से बॉर्डर सील (Travel Restrictions) करने से इसके खिलाफ की जाने वाली तैयारियों को और वक्त दे सकता है. भारत सहित विश्व के करीब तीन दर्जन देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आए हैं. वहीं, दक्षिण अफ्रीका में इन देशों की तुलना में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और वहां नया वेरिएंट मजबूत बन सकता है.

अबतक ओमिक्रॉन के बारे में बहुत कुछ साफ नहीं है. जैसे कि क्या यह ज्यादा संक्रामक है, क्या यह लोगों को गंभीर रूप से बीमार करेगा, या क्या यह वैक्सीन से मिलने वाली सुरक्षा को चकमा दे सकता है. या फिर इसके खिलाफ कोई भी वैक्सीन कारगर नहीं रहेगी.

ये भी पढ़ें: आसमान से अचानक हुई मरे हुए परिंदों की बारिश, चारों तरफ पसर गई दहशत!

पश्चिमी प्रशांत के लिए WHO के रीजनल डायरेक्टर डॉ ताकेशी कसई ने शुक्रवार को फिलीपीन से ऑनलाइन सम्मेलन में कहा, ‘सीमा पर पांबदी वायरस के अंदर आने में देरी कर सकती है और इससे तैयारी के लिए समय मिल सकता है. लेकिन हर देश और हर समुदाय को मामलों में नई वृद्धि के लिए तैयार रहना चाहिए.’

इन नियमों को फॉलो करना जरूरी

उन्होंने कहा, 'इन सबमें अच्छी खबर यह है कि ओमिक्रॉन के बारे में हमारे पास कोई भी ऐसी सूचना नहीं है जो बताती है कि हमारे रिएक्शन की दिशा बदलने की जरूरत है.' डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय आपात स्थिति निदेशक डॉ बी. ओलोवोकुरे ने कहा कि इसका मतलब है कि वैक्सीनेशन बढ़ाने पर जोर देना, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना और मास्क पहनना सहित अन्य उपाय जारी रखना जरूरी हैं.

उन्होंने कहा, ‘स्वास्थ्य प्रणाली को सुनिश्चित करना चाहिए कि मरीज का सही जगह पर सही समय पर इलाज हो और जिन मरीजों को जरूरी है उनके लिए आईसीयू बेड तैयार रखे जाएं.’ कसई ने कहा कि म्यूटेशन की संख्या के कारण ओमिक्रॉन को चिंता का एक वेरिएंट नॉमिनेट किया गया है और क्योंकि शुरुआती जानकारी से पता चलता है कि यह वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक हो सकता है. उन्होंने कहा कि अधिक जांचों और अवलोकन की जरूरत है.

बीजिंग गेम्स पर खतरे के बादल

ओलोवोकुरे ने कहा कि अब तक पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के चार देशों और क्षेत्रों- ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, जापान और दक्षिण कोरिया ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों की सूचना दी है. उन्होंने कहा, 'देशों को अभी क्या करना चाहिए, इस लिहाज से पिछले कुछ वर्षों में हमारे अनुभव, विशेष रूप से डेल्टा वेरिएंट के जवाब में, हमें एक मार्गदर्शन प्रदान करता है कि हमें क्या करने की जरूरत है, साथ ही साथ भविष्य में मामले बढ़ने से अधिक टिकाऊ तरीके से कैसे सामना करना है.'

ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से बीजिंग विंटर ओलंपिक खेलों के लिए चिंता पैदा हो गई है, जो करीब दो महीने बाद है. आयोजन समिति के प्रवक्ता झाओ वेइदोंग ने शुक्रवार को कहा कि बीजिंग खेलों के दौरान वायरस के प्रसार के खतरे को कम करने के लिए कई उपाय अपना रहा है.

Trending news