Ganesh Chaturthi 2022: गणेश जी की पूजा में भूलकर भी न चढ़ाएं तुलसी, जानिए क्यों है वर्जित

Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी का त्योहार देशभर में 31 अगस्त को शुरू होगा. गणेश जी की पूजा के दौरान तुलसी का उपयोग करना अशुभ माना जाता है. आइए जानते हैं आखिर गणपति की पूजा में तुलसी का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 29, 2022, 05:11 PM IST
  • तुलसी चढ़ाने से नाराज हो जाते हैं गणपति
  • भगवान गणेश जी को ना चढ़ाएं ये चीजें
Ganesh Chaturthi 2022: गणेश जी की पूजा में भूलकर भी न चढ़ाएं तुलसी, जानिए क्यों है वर्जित

नई दिल्ली: Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी का त्योहार देशभर में 31 अगस्त से शुरू होगा. गणेश चतुर्थी का त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाता है. इस दौरान भगवान गणेश की पूर्जा अर्चना की जाती है. हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम के लिए  भगवान गणेश को पहले पूजा जाता है. किसी भी मांगलिक कार्य को करने से पहले भगवान गणेश पूजा करना शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि विघ्नहर्ता गणेश जीवन की सभी परेशानियों को दूर कर देते हैं. गणेश चतुर्थी के दिन देशभर में गणपति बप्पा के जगह-जगह पंडाल लगते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का उपयोग नहीं किया जाता है. पूजा में तुलसी का इस्तेमाल करने से भगवान गणेश नाराज हो जाते हैं. आइए जानते हैं आखिर गणेश चतुर्थी पर तुलसी का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है.  

भगवान गणेश को न चढ़ाएं तुलसी
हिंदू धर्म में तुलसी बेहद पवित्र मानी जाती है. भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है वहीं गणेश जी की पूजा के दौरान तुलसी का इस्तेमाल करना अशुभ माना जाता है. भगवान गणेश की पूजा के दौरान तुलसी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. 

इसलिए नहीं चढ़ाई जाती है तुलसी 
पौराणिक कथा के अनुसार गणेश जी की पूजा में तुलसी को इसलिए शामिल नहीं किया जाता है क्योंकि एक बार गणेश जी समुद्र तट पर तपस्या कर रहे थे. तभी वहां कन्या तुलसी अपने विवाह के लिए पहुंची. गणेश जी देख उन्होंने उनसे शादी का प्रस्ताव रखा. तुलसी ने गणेशजी की तपस्या के बीच विवाह का प्रस्ताव रख दिया, जिसकी वजह से उनकी तपस्या भंग हो गई. तपस्या भंग होने की वजह से गणेश जी काफी क्रोधित हो गए. 

इसके बाद उन्होंने विवाह प्रस्ताव को ठुकरा दिया. जिसके बाद तुलसी ने गणेश जी को श्राप दिया कि उनके दो विवाह होंगे. इस श्राप के बाद गणेश जी ने भी तुलसी का विवाह राक्षस से होने का श्राप दे दिया. इसके बाद तुलसी ने भगवान गणेश जी से माफी मांगी. इसलिए भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का उपयोग नहीं किया जाता है. 

तुलसी के अलावा सफेद चंदन भी न चढ़ाएं 
गणेश जी की पूजा के दौरान सफेद चंदन, सफेद जनेऊ, सफेद फूल भी नहीं चढ़ाना चाहिए. पौराणिक कथा के अनुसार चंद्रमा ने गणेश जी का रूप देख उनका उपहास किया था. जिसकी वजह से गणेश जी चंद्रमा को श्राप दिया था इसलिए भगवान गणेश जी पर सफेद फूल और सफेद चीजें अर्पित नहीं करनी चाहिए.

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