Masik Durgashtami : 16 या 17 फरवरी, कब है मासिक दुर्गाष्टमी? जानिए तिथि पूजा मुहूर्त और महत्व

Masik Durgashtami: मासिक दुर्गाष्टमी का खास महत्व है. माघ मास की दुर्गाष्टमी 16 फरवरी 2024 को शुक्रवार के दिन है. इस दिन देवी दुर्गा का व्रत करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. घर में सुख शांति बनी रहती है. आइए जानते हैं, मासिक दुर्गाष्टमी का तारीख, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में:  

Written by - Shruti Kumari | Last Updated : Feb 15, 2024, 02:30 PM IST
  • मासिक दुर्गाष्टमी तिथि और पूजा मुहूर्त
  • मासिक दुर्गाष्टमी पूजा सामग्री की लिस्ट
Masik Durgashtami : 16 या 17 फरवरी, कब है मासिक दुर्गाष्टमी? जानिए तिथि पूजा मुहूर्त और महत्व

नई दिल्ली: Masik Durgaashtami 2024: मासिक दुर्गाष्टमी का खास महत्व है. दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा-व्रत करने का विधान है. माना जाता है कि इस दिन पूजा-व्रत करने से व्यक्ति को मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है और धन में बढ़ोतरी होती है.  इसके अलावा किसी भी काम में बाधा नहीं कभी नहीं आती है. माघ मास की दुर्गाष्टमी 16 फरवरी 2024 को शुक्रवार के दिन है. यह तिथि देवी दुर्गा की भक्ति के लिए विशेष माना जाता है. माना गया है कि इस दिन पूजा के दौरान मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कथा सुनने या पाठ करने से जीवन की हर परेशानियां दूर होती है. इसके अलावा घर में सुख-शांति बनी रहती है. आइए जानते हैं, मासिक दुर्गाष्टमी का तारीख, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में:
 
मासिक दुर्गाष्टमी तिथि और पूजा मुहूर्त 
दुर्गाष्टमी तिथि 16 फरवरी को 5 बजकर 32 मिनट से शुरू होगी. 
दुर्गाष्टमी तिथि 17 फरवरी को 2 बजकर 49 मिनट समाप्त होगी. 
अभिजीत मुहूर्त 12 बजकर 35 मिनट से लेकर 1 बजकर 59 मिनट तक है. 
विजय मुहूर्त 2 बजकर 11 मिनट  से 03:00 बजे तक है.  
अमृत मुहूर्त: 5 बजकर 22मिनट से लेकर 6 बजकर 58 मिनट तक है. 

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा सामग्री की लिस्ट
मां दुर्गा का फोटो, लाल चुनरी मौली,  इलायची, लाल चुनरी, लाल कपड़ा, घी, दीपक, कपूर नारियल, चावल, कुमकुम, लाल फूल, कुमकुम पान, सुपारी, लौंग, श्रृंगार का सामान, पान, फल-मिठाई और पूजा सामग्री में होना चाहिए. 

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि
सुबह उठकर स्नान आदि करके साफ कपड़े धारण करना चाहिए. उसके बाद पूजा घर में गंगाजल से छिड़कें, इसके बाद लाल रंग का कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिमा  स्थापित करें और देवी मां को जल अर्पित करें. उसके बाद मां दुर्गा को सिंदूर का टीका करें.  इसके बाद मां दुर्गा को लाल चुनरी और सोलह श्रृंगार, लाल रंग का पुष्प,पुष्पमाला और अक्षत अर्पित करें. मां दुर्गा को एक पान के पत्ते में लौंग, सुपारी, इलायची रख कर चढ़ा दें. मां दुर्गा के भोग में कोई मिठाई चढ़ाएं और फिर जल अर्पित करें. इसके बाद घी का दीपक मां दुर्गा चालीसा का पाठ करके विधि-विधान के साथ मां की आरती करें. 

मासिक दुर्गाष्टमी महत्व 
मासिक दुर्गाष्टमी को देवी दुर्गा की व्रत करने से पारिवारिक जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहेगी. साथ ही मनोवांछित फल की भी प्राप्ति होती है और जीवन में चल रही समस्यों का समाधान मिलता है. दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा की पूजा करने से शक्ति, साहस और विजय की प्राप्ति होती है. यह दिन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है. इस दिन व्रत रखने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

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