नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण लगातार बढ़ रहा है और रोजाना हजारों की संख्या में मरीज मिल रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान ये खबरें तेजी से आ रही थी कि दिल्ली के निजामुद्दीन की मरकज से कई तबलीगी जमातियों ने इस वायरस को स्वस्थ मनुष्यों में जानबूझकर फैलाया. लोग इसे कोरोना जेहाद की संज्ञा दे रहे थे.
36 विदेशी तबलीगी जमातियों पर चलेगा केस
सच्चाई ये है कि कई विदेशी तबलीगी जमाती कोरोना संक्रमित पाए गए और जब उनकी टेस्टिंग और इलाज के लिए डॉक्टर उनके करीब जाते थे तो वे उनके ऊपर थूकते थे ताकि वे भी इससे संक्रमित हो जाएं. इन जाहिल जमातियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अब दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 36 विदेशी तबलीगी जमातियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी है.
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दिल्ली पुलिस की चार्जशीट मंजूर
दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाने के लिए दिल्ली पुलिस ने जमातियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है. साकेत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की चार्जशीट को मंजूर करते हुए पहली नजर में इन पर लगे आरोपों को सही माना. अब इन सभी विदेशी जमातियों पर नेशनल डिसास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धाराओं के तहत मुकद्दमा चलाया जाएगा.
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कोरोना योद्धाओं से की थी अभद्रता
जब कोरोना वायरस के फैलने की शुरुआत भारत में हुई थी तब निजामुद्दीन मरकज में ठहरे सैकड़ों बाहर नहीं निकले और वहीं बने रहे. जबकि उनके दूसरे समूह सरकार की नियमावली का उल्लंघन कर देश के दूसरे हिस्सों में प्रचार के लिए चले गए.
इसके बाद पुलिस- प्रशासन ने ऑपरेशन चलाकर सभी जमातियों को बाहर निकालकर टेस्ट करवाया तो उनमें से काफी सारे कोरोना संक्रमित मिले. इन जाहिल जमातियों ने डॉक्टरों, नर्सों और पुलिसकर्मियों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया था.