पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज बिहार को एक साथ कई योजनाओं की सौगात दी है. उन्होंने उस सेतु का उद्घाटन किया जिसका शिलान्यास 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpeyee) ने किया था. बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. पूर्व पीएम अटल जी का बिहार से विशेष लगाव था. अटल जी के निधन के बाद पहली बार बिहार में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने जा रहे हैं.
कोसी रेल महासेतु राष्ट्र को समर्पित
Delhi: Prime Minister Narendra Modi dedicates Kosi Rail Mega Bridge to the nation and inaugurates new rail lines and electrification projects in Bihar, via video-conferencing. pic.twitter.com/efse57KQ2u
— ANI (@ANI) September 18, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऐतिहासिक और शानदार कोसी रेल महासेतु को राष्ट्र को समर्पित किया और इस अवसर पर बिहार के रेल यात्रियों की सुविधाओं के लिए 12 रेल परियोजनाओं का शुभारंभ भी किया. अटल जी ने 6 जून 2003 को इस योजना का शिलान्यास किया था.
PM Modi ने भाषण में किया अटल जी को याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल जी की सरकार के समय जब नीतीश कुमार रेल मंत्री थे, जब पासवान जी रेल मंत्री थे, तो उन्होंने भी इस समस्या को दूर करने के लिए बहुत प्रयास किया था लेकिन फिर एक लंबा समय वो आया, जब इस दिशा में ज्यादा काम ही नहीं किया गया.
In the last 6 years, efforts are being made to shape Indian Railways as per the aspirations of New India & expectations of 'Aatmanirbhar Bharat.' Vande Bharat - a symbol of modernity and self reliance - the made in India trains are becoming part of rail network: PM Narendra Modi pic.twitter.com/nWKPO2i7Dg
— ANI (@ANI) September 18, 2020
PM ने कहा कि बिहार में गंगा जी हों, कोसी हो, सोन हों, नदियों के विस्तार के कारण बिहार के अनेक हिस्से एक-दूसरे से कटे हुए रहे हैं. बिहार के करीब-करीब हर हिस्से के लोगों की एक बड़ी दिक्कत रही है, नदियों की वजह से होने वाला लंबा सफर. लेकिन आज लगातार इस पर काम किया जा रहा है. इस दिक्कत को दूर करने की कोशिश की जा रही है.
क्लिक करें- मोदी सरकार से बाहर हुआ Akali Dal, क्या NDA से भी टूटेगा दशकों पुराना नाता?
ये नेता रहे मौजूद
उल्लेखनीय है कि वीडियो कॉन्फ्रेंस से आयोजित इस समारोह में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय ने भी हिस्सा लिया. बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ये महासेतु महान भूमिका निभा सकता है.