नई दिल्ली: रामानंद सागर की 'रामायण' सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले ऐतिहासिक पौराणिक शोज में से एक है. इस सीरियल की दिवानगी लोगों पर ऐसी दिखी कि आज भी खत्म होन का नाम नहीं है. इसे कई कारण टीवी चैनल्स पर री-टेलीकास्ट किया गया है और हर बार इसका वही पुराना जादू देखने को मिला. इसी सीरियल ने अरुण गोविल को एक खास मुकाल दिलाया. उन्होंने शो में भगवान श्रीराम के किरदार को इतनी खूबसूरती से पर्दे पर पेश किया कि लोग असल जिंदगी में भी उन्हें भगवान राम ही मानने लगे थे.
आज भी भगवान राम के रूप में देखते हैं लोग
अरुण गोविल को आज भी 'रामायण' के राम के रूप में ही जाना जाता है. 12 जनवरी, 1958 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में साधारण परिवार में जन्में अरुण ने शायद कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि एक वक्त ऐसा भी आएगा जब लोग उन्हें भगवान राम मानकर उनके पैर छूने लगेंगे. चलिए आज एक्टर के 66वें जन्मदिन के मौके पर 'रामायण' से जुड़ी उनकी जिंदगी की कुछ खास बातों पर नजर डालते हैं.
चप्पल उतारकर 'रामायण' देखते थे लोग
1987 में टेलीकास्ट हुए 'रामायण' को देखने के लिए लोग चप्पल उतारकर और सिर पर पल्लू रखकर टीवी के सामने बैठ जाया करते थे. इतना ही नहीं वह जहां भी जाते थे लोग श्रीराम कहते हुए उनके कदमों में गिर जाया करते थे. एक बार एक्टर ने खुद भी एक ऐसा किस्सा सुनाया था कि इसे सुन हर कोई दंग रह गया था. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बार एक बेबस महिला उन्हें श्रीराम को ढूंढते हुए उनके शो के सेट पर आ गई थी. तब एक्टर हाफ पैंट और टी-शर्ट पहने हुए बैठे थे.
अरुण गोविल के कदमों में रख दिया बीमार बच्चा
अरुण ने एक इंटरव्यू में बताया, 'एक महिला सेट पर आकर सबसे पूछने लगी कि श्रीराम कहां है? उसक गोद में एक बच्चा था. सेट पर लोगों ने उसे मेरी ओर भेज दिया. पहले तो वह मुझे टी-शर्ट में देखकर पहचान नहीं पाई. इसके बाद वह आकर मेरे कदमों में गिर गई. मैं बहुत घबरा गया था. मैंने उससे पूछा कि आप क्या कर रही हैं? प्लीज मेरे पैर छोड़िए. उस महिला ने रोते हुए अपने बच्चे को मेरे कदमों में रख दिया.'
बच्चे के सिर पर रखवाया हाथ
अरुण ने अपने इस दौरान आगे कहा, 'उस महिला ने मुझसे कहा कि मेरा बेटा बीमार है. वो मर जाएगा, उसे बचा लीजिए. मैंने उनसे हाथ जोड़कर कहा कि आप इसे तुरंत अस्पताल ले जाइए मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता. मैंने भगवान से उनके बेटे के प्रार्थना की. महिला ने बेटे के सिर पर मेरा हाथ रखवाया. इसके बाद वह रोते हुए बच्चे को लेकर चली गई.'
बच्चे को देख उड़ गए होश
एक्टर ने बताया कि 3 दिन के बाद वही महिला फिर वापस सेट पर आई. उसके साथ उसका बेटा भी था, जो अब बिल्कुल ठीक हो चुका था और खुद चलकर आ रहा था. सेट पर हर कोई उस बच्चे को देखकर हैरान था. अरुण गोविल ने आगे भगवान पर अपनी श्रद्धा जताते हुए कहा, 'मुझे यकीन है कि अगर भगवान पर विश्वास दिखाया जाता है वह जरूर हमारी सुनता है.'
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