नई दिल्ली: कहते हैं फिल्में हमारे इसी समाज का आईना है. ऐसा इसलिए कहा जाता है कि क्योंकि हमारे ही बीच से कई किरदार, मुद्दे और लाइफस्टाइल पर्दे पर पेश किए जाते हैं. अब हमारे बीच घटित एक खौफनाक कांड पर्दे पर उतारने की तैयारी की जा रही है. दरअसल, यहां हम बात कर रहे हैं. 'ट्रायल बाई फायर' (Trial By Fire) वेब सीरीज के बारे में, जिसमें 1997 में दिल्ली के उपहार सिनेमा अग्निकांड मामले को दर्शकों के सामने पेश किया जाने वाला है. हालांकि, अब ये सीरीज कानूनी पचड़ों में फंस गई है.
सुशील अंसल ने दर्ज कराई याचिका
'ट्रायल बाई फायर' को लेकर सजायाफ्ता रियल स्टेट के बिजनेसमैन सुशील अंसल ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया है. उन्होंने इस सीरीज की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है. अंसल द्वारा दायर की गई याचिका बुधवार, 11 जनवरी को न्यायमूर्ति यशवंत के समक्ष पेश की जाएगी. इसके बाद ही फैसला हो पाएगा की ये सीरीज अपने तय समय पर रिलीज होगी या नहीं. बता दें 'ट्रायल बाई फायर' 13 जनवरी को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम की जाने वाली है.
जानिए पूरा हादसा
गौरतलब है कि 13 जून, 1997 में दिल्ली में स्थित उपहार सिनेमा में हिन्दी फिल्म 'बॉर्डर' की स्क्रीनिंग के दौरान सिनेमाघर में भीषण लग गई, जिसमें 59 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में उपहार सिनेमा के मालिक सुशील अंसल और उनके भाई गोपाल अंसल को दोषी पाया गया था. मामले की जांच में पता चला कि सिनेमाहॉल में अतिरिक्त सीटें लगाने की वजह से रास्ता छोटा हो गया और हादसे के दौरान लोग बाहर नहीं निकल पाए. इसके अलावा उन पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगा.
फिल्म का ट्रेलर आया दर्शकों को पसंद
रिपोर्ट्स के अनुसार, 'ट्रायल बाई फायर' किताब 'ट्रायल बाई फायर- द ट्रेजिक टेल ऑफ द उपहार ट्रेजडी' पर आधारित है. इस किताब को एक दंपत्ति ने लिखा था, जिन्होंने इस हादसे में अपने दोनों बच्चों को खो दिया था.
इस किताब के प्रकाशन के समय भी सुशील अंसल ने रोक की मांग की थी. बता दें कि 'ट्रायल बाई फायर' में अभय देओल को लीड रोल में देखा जा रहा है. कुछ समय पहले ही जारी किए गए इस सीरीज के ट्रेलर को खूब पसंद किया जा रहा है.
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