नई दिल्ली: शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर के आरोप लगाए जाने के बाद भारत में सुर्खियों में आने वाली पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने कंगना रनौत के ट्वीट पर जवाब दिया है. जिसके बाद एक बार फिर मेहर खबरों में हैं. बता दें कि सुनंदा ने मेहर पर आरोप लगाए थे कि वह शशि थरूर को अपने प्यार में फंसा रही हैं.
इन दिनों बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) खुलकर सुशांत सिंह राजपूत और बॉलीवुड में चल रहे नेपोटिज्म और ड्रग्स सप्लाई पर बोल रही हैं. इसी बीच कंगना ने मुंबई की तुलना POK से कर दी. जिसके बाद कंगना और महाराष्ट्र सरकार आमने-सामने आ गई. महाराष्ट्र सरकार को कंगना का यह ट्वीट इतना नागवार गुजरा की कंगना को मुंबई वापस न आने की धमकी भी दे डाली गई. इतना ही नहीं उनके लिए शिवसेना नेता संजय राउत ने अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया.
9 सितंबर को कंगना के मुंबई आने से पहले BMC ने उनका ड्रीम ऑफिस भी ध्वंस कर दिया. दरअसल BMC ने ऑफिस को अवैध तरीके से निर्माण नियमों का उल्लंघन कर बनाए जाने की वजह बताकर यह ऑफिस तोड़ा. पर कंगना तब भी रूकी नहीं और उन्होंने खुले तौर पर उद्धव सरकार को चुनौती दे डाली है. इसके बाद कंगना ने फिर से अपने तोड़े हुए ऑफिस की तस्वीरें शेयर करते हुए एक ट्वीट किया और लिखा पाकिस्तान..... स्वतंत्रता की मौत.....
Dear Kangana, please fight your political/other battles without involving our country's name. In Pakistan, houses or offices of national heroes are not demolished. https://t.co/LmsmE8hymE
— Mehr Tarar (@MehrTarar) September 9, 2020
जिसपर मेहर तरार (Mehr Tarar) ने ट्वीट कर पाकिस्तान का नाम इस्तेमाल किए जाने पर नाराजगी जताई. मेहर ने लिखा कि डियर कंगना, प्लीज अपनी राजनीतिक/कोई और लड़ाई हमारे देश का नाम लिए बिना लड़े. पाकिस्तान में नैशनल हीरोज के घर या दफ्तर नहीं ढहाए जाते हैं.'
Yeah that is the reason your Pm takes India's name 100 times a day not only with words but also with tweets .
We top Corona and your nation tops terrorism and poverty .
Scored.
— rahul sinha (@rahulsinha28) September 9, 2020
इस ट्वीट के बाद कई ट्विटर यूजर्स ने पाकिस्तान पर सवाल उठाना शुरू कर दिया. वहीं कई लोगों ने कंगना की भी आलोचना की. कुछ यूजर्स ने लिखा कि हां इसलिए पाकिस्तानी पीएम इमरान खान दिन में 100 बार भारत का नाम लेते हैं वह भी सिर्फ बोलकर नहीं बल्कि ट्वीट कर के.