नई दिल्ली. सोनू सूद ने भी माना है कि बॉलीवुड में नेपोटिज़्म होता है. हाल में दिया गया सोनू सूद का बयान इस तकलीफनाक सच की गवाही देता है. सोनू सूद ने कहा है कि - बॉलीवुड में आउटसाइडर हमेशा आउसाइडर रहता है. यहां स्टार किड्स को मिलती है आसान एंट्री.
एक फ़ोन पर मिल जाती है एंट्री
सुशांत सिंह की मौत पर खुला है यह खुला हुआ राज़ दुनिया के लिए. बॉलीवुड में ये एक खामोश सच है जिसे आवाज़ दी है कंगना राणावत ने, शेखर सुमन ने, शेखर कपूर ने, सोनू निगम ने और अब सोनू सूद ने. सोनू सूद ने साफ़ तौर पर कह दिया है कि नेपोटिज़्म बॉलीवुड में होता है नेपोटिज़्म और यहां तो हालत ये है कि स्टार किड्स को एक फ़ोन पर फिल्म में एंट्री मिल जाती है जबकि आउटसाइडर हमेशा आउटसाइडर ही रहता है.
बाहरवालों को रहना होगा सावधान
इनसाइडर बनाम आउटसाइडर की बहस में अब तक कंगना राणावत से लेकर तापसी पन्नू, अनुराग कश्यप और अनुभव सिन्हा और अब एक्टर कम रॉबिनहुड जैसे सेलेब्स खुलकर अपनी राय सामने रख रहे हैं जो कि एक बड़े विवाद की वजह बन रहा है. लेकिन इस बहाने बॉलीवुड का एक गंदा चेहरा अब दुनिया के सामने साफ़ हो गया है ख़ास कर 'बाहरवालों' के लिए. अब बाहरवालों को बॉलीवुड में सावधान रहना होगा ताकि ऐसे संदेहास्पद 'आत्महत्या' के मामले और सामने न आएं.
'मुझे सुशांत पर गर्व है'
सोनू सूद ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर अफ़सोस जताते हुए सुशांत की प्रशंसा में भावनापूर्ण शब्द कहे. उन्होंने कहा कि उन्हें सुशांत पर गर्व है. सुशांत एक ऐसा कलाकार था जिसने अपनी दम पर फिल्म इंडस्ट्री में एक अच्छा मुकाम पाया था. बाहरवाले आकर जब कुछ अच्छा करते हैं तो वे बाकी नए आने वालों के लिए एक उम्मीद देते हैं. ऐसे में इनके साथ ऐसा कुछ हो जाए तो दिल टूट जाता है.''
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