भारत में अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन के पॉपुलर होने के कारण

यदि किसी व्यक्ति को तुरंत फंड की आवश्यकता है तो अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन काफी अच्छा ऑप्शन है. सिक्योर्ड लोन की एक लंबी प्रोसेस होती है.

Written by Web Desk Team | Published :September 8, 2022 , 12:16 pm IST

बिजनेस ओनर्स के पास लगातार अपने रोजमर्रा के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के साथ ही फ्यूचर ग्रोथ के प्लान की जरूरत को बैलेंस करने की चुनौती होती है. इन दोनों उद्देश्यों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण बातों में से एक है हाथ में पर्याप्त पूंजी (financial capital) का होना.

बिजनेस लोन दो तरह के होते हैं: सुरक्षित और असुरक्षित यानी सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड. सिक्योर्ड लोन में किसी सिक्योरिटी या कोलेटरल को रखकर लोन दिया जाता है जबकि अनसिक्योर्ड लोन में कोई सिक्योरिटी शामिल नहीं होती.

सिक्योर्ड लोन में कम ब्याज दर और लंबी अवधि के लिए ज्यादा लोन लेने जैसे विकल्प होते. लेकिन अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन अपने स्वयं के कई लाभों के साथ आते हैं. इस कारण ये पॉपुलर होते जा रहे हैं.

यहां हम कुछ कारण बता रहे हैं कि देश में अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन तेजी से क्यों बढ़ रहे हैं:

लीन-फ्री: कोई भी बिजनेस अप्रत्याशित परिस्थितियों का सामना कर सकता है और लोन पेमेंट में मुश्किल आ सकती है. अगर बिजनेस ओनर ने अपने घर को गिरवी रखकर इस लोन को लिया है तो उसे अपना घर खोना पड़ सकता है. लेकिन अनसिक्योर्ड लोन में इस तरह का रिस्क नहीं होता.

क्विक लोन: यदि किसी व्यक्ति को तुरंत फंड की आवश्यकता है तो अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन काफी अच्छा ऑप्शन है. सिक्योर्ड लोन की एक लंबी प्रोसेस होती है. इसमें लेंडर प्रॉपर्टी वैल्यू और ओनरशिप का आकलन करता है जिसके बाद फंड रिलीज होता है. हालांकि, अनसिक्योर्ड लोन अधिक तेजी से स्वीकृत किया जाता है. ये डॉक्यूमेंट प्रूफ के आधार पर स्वीकृत होता है.

फ्लेक्सिबल री-पेमेंट: ज्यादातर सिक्योर्ड लोन फिक्स्ड री-पेमेंट शेड्यूल के साथ आते हैं. अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन इस मामले में फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करते हैं और इसलिए, री-पेमेंट आसान होता है.

लो प्रोसेसिंग चार्ज: ज्यादा रिस्क होने की वजह से अनसिक्योर्ड लोन की ब्याज दरें सिक्योर्ड लोन की तुलना में ज्यादा होती है. लेकिन सिक्योर्ड लोन में जो प्रोसेसिंग चार्ज लगते हैं वो अनसिक्योर्ड लोन में नहीं लगते. इसलिए अनसिक्योर्ड लोन प्राप्त करने की वास्तविक लागत कम हो जाती है.

कोई एंड यूज रिस्ट्रिक्शन नहीं: सिक्योर्ड लोन एक विशिष्ट उद्देश्य के साथ प्रदान किए जाते हैं. उदाहरण के लिए, कारखाने में मशीनों को खरीदने या बदलने के लिए मशीनरी लोन प्रदान किया जाएगा. हालांकि, एक अनसिक्योर्ड लोन के मामले में बिजनेस ओनर या उधारकर्ता लोन की शर्तों के उल्लंघन के बिना विभिन्न उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग कर सकता है.

निष्कर्ष
उद्यमियों के पास अपने उद्यम को चलाने और विस्तार करने के लिए सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड लोन लेने का विकल्प होता है. एक सिक्योर्ड लोन कम ब्याज दर पर आता है लेकिन कई मामलों में अनसिक्योर्ड लोन के अधिक लाभ होते हैं. इसका कारण यह है कि अधिकांश ऋणदाता अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन्स के मामले में क्विक अप्रूवल प्रोसेस, मिनिमम डॉक्यूमेंटेशन और प्रोसेसिंग चार्जेज के अलावा लोन की अधिक अनुकूल शर्तें ऑफर करते हैं.