नई दिल्ली: दो पाकिस्तानी जासूस जो हिन्दुस्तान में पाक उच्चायोग के अधिकारी का चोला पहनकर ISI को गुप्त सूचनाएं मुहैया करा रहे थे. उन्होंने भारतीय रेलवे में सेना की सप्लाई लाइन की जानकारी इकट्ठा करने का इरादा बनाया था. जिसे लेकर भारतीय रेल के दो कर्मचारियों से आज पूछताछ की गई है.
रेलवे के 2 कर्मचारियों से पूछताछ
पाकिस्तानी जासूसों के मामले में रेलवे के 2 कर्मचारियों से पूछताछ की गई. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दोनों रेलवे कर्मचारियों से पूछताछ की. दरअसल, दिल्ली के करोलबाग से 31 मई को ISI एजेंट आबिद और ताहिर पकड़े गये थे. रेलवे कर्मचारियों इसलिए पूछताछ की गई क्योंकि ISI के अधिकारी जो पाकिस्तान में बैठकर दोनों जासूसों को आदेश दे रहा था, उसके इशारे पर भारतीय रेलवे और भारतीय सेना में ये जासूस पैसे के दम पर घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे.
आर्मी के जवानों की इन्फॉर्मेशन मांगी
पूछताछ में रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि आबिद और ताहिर बड़ौदा हाउस के बाहर मिले थे. दोनों ISI एजेंटों ने ये पूछा था आर्मी के लोग कौन-कौन सी बोगी से जाते हैं?
'सरकारी नौकरी कैसे मिलेगी?'
इतना ही नहीं दोनों जासूसों ने सरकारी नौकरी कैसे मिलेगी इस बारे में भी पूछा. दोनों ISI एजेंटों ने रेलवे कर्मचारियों से पूछा कि आर्मी के लोग कौन सी बोगी से जाते हैं और कैसे जाते हैं. आर्मी पर्सनल के ट्रेन की मूवमेंट के बारे में पूछने लगे.
रेलवे कर्मचारियों को शक हुआ तो ISI एजेंट आबिद ने बताया की उसका भाई किताब लिख रहा है, इसलिए जानकारी चाहिए. हालांकि रेलवे कर्मचारियों को दोनों संदिग्ध लगे इसलिए कोई इन्फॉर्मेशन नहीं दी. ऐसे में दोनों रेलवे कर्मचारियों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
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राजधानी दिल्ली में स्थित पाकिस्तान एंबेसी में काम करने वाले ISI एजेंट आबिद और ताहिर लगातर रेलवे के 2 कर्मचारियों को इंफॉर्मेशन निकालने के लिए ट्रैप कर रहे थे. इसी आधार पर उन दोनों कर्मचारियों से स्पेशल सेल ने पूछताछ की. पाकिस्तान का असल चरित्र बार-बार सामने आ ही जाता है. उसने ऐसी करतूत पहली दफा नहीं की है. इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं.
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