नई दिल्लीः पिछले तीन से दिल्ली में पड़ रही ठंड ने हाड़ कंपा दिए हैं. पूरा नवंबर और आधा दिसंबर गुलाबी ठंड में बीतने के बाद मौसम ने जब अचानक पलटी खाई तो लोगों को वही दिल्ली की कड़ाके सर्दी याद आ गई. पहले 1992 में और फिर 1997 में इतनी ठंड पड़ी थी. राजधानी दिल्ली में कड़ाके की ठंड ने 22 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया. शीतलहर का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. हड्डियां गला देने वाली ठंड से लोग कांप रहे हैं.
1992 से अब तक दूसरी बार इतना नीचे आया तापमान
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से उत्तर भारत कांप रहा है.राजधानी दिल्ली में शीतलहर कहर बरपा रही है.दिल्ली में सर्दी ने दो दशक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. सर्द हवाओं की वजह से दिल्ली में सर्दी का सितम बढ़ गया है.दिल्ली में रिकॉर्डतोड़ कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मंगलवार, दिल्ली में 22 साल का सबसे ठंडा दिन रहा. मंगलवार को अधिकतम तापमान 12.2 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 10 डिग्री नीचे है.
मंगलवार को न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री रहा जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है. जबकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच अंतर महज 2.2 डिग्री रहा. मौसम विभाग के मुताबिक इससे पहले 28 दिसंबर 1997 को राजधानी का तापमान 11.3 डिग्री रहा था जबकि 1992 से अब तक ये दूसरा मौका है जब दिसंबर में राजधानी का तापमान इतना नीचे गया है.
बेघर लोगों के लिए रैन बसेरे का सहारा
मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस छंटने से कश्मीर हिमाचल और उत्तराखंड से बर्फीली हवाएं आ रही हैं. दिल्ली में तीन बाद बुधवार को सूरज निकला था, लेकिन बुधवार भी सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा. दिल्ली में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया. राजधानी में गर्म कपड़ों के बावजूद लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही. लोग अलाव जलाकर सर्दी से बचने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली में रैन बसेरों में आश्रय लेने वालों की संख्या बढ़ने लगी है. बेघर लोगों के लिए रैन बसेरे बड़ा सहारा हैं.
Delhi: People take refuge in night shelters as mercury dips in the national capital; visuals from a night shelter near AIIMS (All India Institute of Medical Sciences). pic.twitter.com/MpgLT2kkCi
— ANI (@ANI) December 18, 2019
मौसम विभाग के मुताबिक ठंड से हालात ऐसे ही रहने वाले हैं. सर्दी को देखते हुए यही सलाह दी जा रही है कि बचाव के पूरे उपाय किए जाएं. जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें. सुबह टहलने से बचें. खासकर बुजुर्ग और बच्चों को अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है.
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उत्तर प्रदेश में 20 तक स्कूल बंद
अचानक बढ़ी ठंड और शीतलहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी 20 दिसंबर तक सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है. इससे पहले जिला स्तर पर भी प्रदेश के कई जिलों में जिलाधिकारी ने स्कूलों को 20-21 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया था. राज्य सरकार के फैसले से ठंड से परेशान सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों को काफी राहत मिलेगी. लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, बरेली गाजियाबाद समेत कई शहरों के जिलाधिकारियों ने पहले ही बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए प्री प्राइमरी से लेकर कक्षा आठ तक के सभी बोर्ड के सभी स्कूलों को 20-21 दिसंबर तक बंद रखने का फैसला लिया था.