नई दिल्लीः बठिंडा सैन्य अड्डे पर चोरी की एक असॉल्ट राइफल से चार सैनिकों की हत्या करने के आरोप में सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने बताया कि गनर देसाई मोहन ने पहले दावा किया कि उसने पंजाब में सैन्य अड्डे पर गोलीबारी वाले स्थान के समीप दो लोगों को एक राइफल तथा एक कुल्हाड़ी के साथ देखा था. बाद में उसने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया.
निजी रंजिश के चलते मर्डर
हत्या के पीछे की वजह के बारे में पूछे जाने पर खुराना ने कहा कि मीडिया के समक्ष इसका खुलासा नहीं किया जा सकता, लेकिन मोहन की चारों सैनिकों से कुछ निजी रंजिश थी. एसएसपी ने बताया कि 12 अप्रैल को मोहन ने कहा था कि उसने गोलीबारी के बाद चेहरे और सिर को कपड़े से ढके हुए दो अज्ञात लोगों को बैरक से बाहर निकलते देखा था. हालांकि, वह बार-बार अपना बयान बदलता रहा.
पुलिस को सुनाई झूठी कहानी
उन्होंने बताया कि अपराध को अंजाम देने के बाद उसे ‘कुर्ता-पायजामा’ पहने दो लोगों को देखने की कहानी गढ़ी. सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘लगातार पूछताछ के बाद तोपखाना इकाई के गनर देसाई मोहन नामक व्यक्ति ने पुलिस के सामने एक इनसास राइफल चुराने और अपने चार सहकर्मियों की हत्या करने में संलिप्तता की बात कबूल की.’’
पहले चुराया हथियार फिर किया हमला
गोलीबारी की घटना से दो दिन पहले सैन्य अड्डे से इनसास राइफल और 28 कारतूस गायब हो गए थे. खुराना ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह साफ हो गया कि चोरी की गयी इनसास राइफल और कारतूस का इस घटना में इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने बताया कि जिन घटनाओं में किसी ‘‘अंदरुनी हथियार’’ का इस्तेमाल किया जाता है, उससे यह संदेह बढ़ जाता है कि बल का ही कोई व्यक्ति इसमें शामिल हो सकता है.
सेना ने कहा, ‘‘12 अप्रैल को प्रारंभिक प्राथमिकी दर्ज कराते हुए उस व्यक्ति द्वारा इनसास राइफल और कुल्हाड़ी के साथ सादे कपड़े पहने दो व्यक्ति का जिक्र किए जाने वाला बयान जांच एजेंसियों का ध्यान भटकाने की कोशिश थी.’’ बयान में कहा है, ‘‘प्रारंभिक जांच से पता चला कि यह घटना साफ तौर पर निजी वजह/रंजिश के कारण होगी. उसके कबूलनामे के अनुसार, नौ अप्रैल की सुबह उसने हथियार चुराया. फिर उसने हथियार छिपा दिया.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.