अंबानी-अडानी नहीं, बीजेपी को यहां से मिला सबसे अधिक चंदा, सच्चाई जानकर चौंक जाएंगे आप

कांग्रेस (Congress) और अन्य विपक्षी दल बीजेपी (BJP) पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि देश के दो उद्यमी घराने अंबानी (Mukesh Ambani) और अडानी (Gautam Adani) की ओर से सबसे अधिक मदद यानी राजनीतिक चंदा मिलता है, लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि इन दोनों में से कोई भी नाम बीजेपी को सबसे अधिक चंदा देने वालो

Last Updated : Feb 21, 2023, 02:07 PM IST
    • 2021-22 में इन दोनों उद्यमियों ने बीजेपी को दान दिया भी नहीं
    • बीजेपी को मिले दान में सबसे बड़ा हिस्सा प्रूडेंट इलेक्टोरल का
अंबानी-अडानी नहीं, बीजेपी को यहां से मिला सबसे अधिक चंदा, सच्चाई जानकर चौंक जाएंगे आप

कांग्रेस (Congress) और अन्य विपक्षी दल बीजेपी (BJP) पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि देश के दो उद्यमी घराने अंबानी (Mukesh Ambani) और अडानी (Gautam Adani) की ओर से सबसे अधिक मदद यानी राजनीतिक चंदा मिलता है, लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि इन दोनों में से कोई भी नाम बीजेपी को सबसे अधिक चंदा देने वालों की लिस्ट में शामिल नहीं है. ना तो मुकेश अंबानी का और न ही गौतम अडानी का. बल्कि सच्चाई तो यह है कि 2021-22 में इन दोनों उद्यमियों ने बीजेपी को दान दिया भी नहीं. अब आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि अगर ये दोनों उद्यमी बीजेपी को सबसे अधिक दान देने वालों में शामिल नहीं हैं तो फिर कौन है जो बीजेपी को सबसे अमीर पार्टी बना रहा है. अब आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बीजेपी को जो 614 करोड़ दान में मिले, उनमें से सबसे अधिक 55 प्रतिशत़ देश के सबसे बड़े इलेक्टोरल ट्रस्ट प्रूडेंट इलेक्टोरल (Prudent Electoral Trust) ने दिया है और जो राशि प्रूडेंट इलेक्टोरल ने दान में बीजेपी को दी, उसका 28 प्रतिशत अरबपति स्टील टायकून लक्ष्मी मित्तल (Laxmi Mittal) के आर्सेलर ग्रुप की ओर से आया है. 11 प्रतिशत भारतीय एयरटेल (Bharti AIrtel) तो 10 प्रतिशत सीरम इंस्टीटयूट की ओर से दिया गया है.  

सबसे पहले जानते हैं किन पार्टियों को दान में कितनी रकम मिली 

बता दें कि देश की 8 नेशनल पार्टियों समेत 40 राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को दान में मिले पैसों का ब्यौरा दिया है. 9 ने कहा कि उन्हें दान में कुछ भी नहीं मिला. जिन दलों को एक ढेला भी नहीं मिला, उनमें मायावती की बहुजन समाज पार्टी भी शामिल है. 

भाजपा 614.52 करोड. 
डीएमके 308 करोड. 
टीआरएस 193 करोड. 
कांग्रेस 95.45 करोड. 
वाईएसआर 80 करोड. 
एनसीपी 57.90 करोड. 
आप 38.24 करोड. 
जेडीयू 33.25 करोड. 
सपा 33 करोड. 
शिरोमणि अकाली दल 13.76 करोड. 
सीपीएम 10.05 करोड. 
आईयूएमएल 4.27 करोड. 
गोमांतक पार्टी 1.86 करोड. 
एआईएमआईएम 1.56 करोड. 
मनसे 1.44 करोड. 
जेडीएस 1 करोड. 
टीडीपी 62.9 लाख 
रालोद 50.76 लाख 
टीएमसी 43 लाख 
एनपीपी 35.43 लाख 
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 31.53 लाख 
केरल कांग्रेस 26.62
गोवा फॉरवर्ड पार्टी 25 लाख 
सीपीआई एमएल 24 लाख 
जेजेपी 13.5 लाख 
एआईयूडीएफ 7.30 लाख 
आरएलपी 3 लाख 
जेएमएम 1 लाख 
पीडीपी 80 हजार 
डीएमडीके 50 हजार 
पीपुल्स पार्टी 40 हजार 

सबसे अधिक राशि कब दान में दी 

बीजेपी को जो 614.52 करोड. मिले हैं उनमें से 336 करोड़ प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने दिए हैं. पूरे साल में ट्रस्ट ने बीजेपी को 26 बार दान दिया है और किसी भी बार दान की राशि एक करोड़ से कम नहीं थी. यह भी बात सामने आई है कि प्रूडेंट ने 23 फरवरी 2022 को सबसे अधिक दान बीजेपी को दी, जिसकी राशि 55 करोड़ थी. 26 चेक के माध्यम से 336 करोड़ की राशि प्रूडेंट ने बीजेपी को दी. इस तरह बीजेपी को मिले दान में सबसे बड़ा हिस्सा प्रूडेंट इलेक्टोरल का होता है. 

क्या है प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट 

बताया जाता है कि भारत में 22 इलेक्टोरल ट्रस्ट रजिस्टर्ड हैं, जिनमें प्रूडेंट सबसे बड़ा और सबसे सक्रिय ट्रस्ट है. इसकी स्थापना 2014 में हुई थी और यह 33 कॉर्पोरेट कंपनियों की बैंकिंग से चलता है. बता दें कि 2014 में नई दिल्ली के वसंत कुंज स्थित भारती एयरटेल की इमारत से ही यह ट्रस्ट संचालित होता था. बाद में इसे बहादुरशाह जफर मार्ग स्थित हंस भवन में स्थानांतरित कर दिया गया. कहा जाता है कि ट्रस्ट में केवल दो शेयरहोल्डर्स हैं- मुकुल गोयल और गणेश वेंकटचलम. 2014 में दोनों ने बतौर डायरेक्टर ज्वाइन किया था. 

प्रूडेंट को मिले 464 करोड़, 372 करोड़ बीजेपी को मिला 

प्रूडेंट इलेक्टोरल की ओर से जो ब्यौरा दिया गया है, उसमें बताया गया है कि 2021-22 में 464.81 करोड़ राजनीतिक दलों को दान में दिए गए. इनमें से 72.39 प्रतिशत बीजेपी को दे दी गई. कांग्रेस को तीन तरह से दान दिए गए फिर भी कुल राशि 16.5 करोड़ ही निकली. इसका मतलब यह हुआ कि कुल दान का केवल 3.54 प्रतिशत ही कांग्रेस को दान दिया गया. 

प्रूडेंट इलेक्टोरल को कहां से मिला पैसा 

प्रूडेंट को सबसे अधिक पैसा मिला आर्सेलर मित्तल से. प्रूडेंट को मिले पैसों में से 28 प्रतिशत आर्सेलर मित्तल ग्रुप की दो कंपनियों की ओर से दिया गया.

 

ट्रेंडिंग न्यूज़