बजट में आयकर सीमा बढ़ाने की उम्मीदों के बीच क्या बोलीं वित्त मंत्री, जानिए

आम बजट पेश करने से दो सप्ताह पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि वह मध्य वर्ग के दबावों को समझती हैं. साथ ही उन्होंने यह याद दिलाया कि वर्तमान सरकार ने मध्य वर्ग पर कोई नया कर नहीं लगाया है. सीतारमण एक फरवरी को लोकसभा में वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 15, 2023, 09:32 PM IST
  • मध्य वर्ग से है मेरा ताल्लुकः मंत्री
  • कर मुक्त है 5 लाख तक की आय
बजट में आयकर सीमा बढ़ाने की उम्मीदों के बीच क्या बोलीं वित्त मंत्री, जानिए

नई दिल्लीः आम बजट पेश करने से दो सप्ताह पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि वह मध्य वर्ग के दबावों को समझती हैं. साथ ही उन्होंने यह याद दिलाया कि वर्तमान सरकार ने मध्य वर्ग पर कोई नया कर नहीं लगाया है. सीतारमण एक फरवरी को लोकसभा में वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी. 

उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस बजट में आयकर सीमा बढ़ाएगी और मध्य वर्ग के करदाताओं के अलावा अन्य लोगों को भी कुछ राहत देगी. 

'मध्य वर्ग से है मेरा ताल्लुक'
वित्त मंत्री ने आरएसएस से जुड़ी साप्ताहिक पत्रिका 'पाञ्चजन्य' के एक समारोह में कहा, 'मैं भी मध्य वर्ग से ताल्लुक रखती हूं लिहाजा मैं मध्य वर्ग के दबावों को समझ सकती हूं. मैं खुद को मध्य वर्ग का मानती हूं, इसलिए मैं इस बात को समझती हूं.' 

कर मुक्त है 5 लाख तक की आय
इसके साथ ही उन्होंने यह याद दिलाया कि वर्तमान मोदी सरकार ने मध्य वर्ग पर कोई भी नया कर नहीं लगाया है. उन्होंने कहा कि पांच लाख रुपये तक की आमदनी आयकर से मुक्त है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने के लिए 27 शहरों में मेट्रो रेल नेटवर्क विकसित करने और 100 स्मार्ट सिटी बनाने जैसे कई उपाय किए हैं. 

सीतारमण ने भरोसा दिया कि सरकार मध्य वर्ग के लिए और अधिक कर सकती है, क्योंकि इसका आकार काफी बड़ा हो गया है. 

पूंजीगत व्यय बढ़ा रही है सरकार
उन्होंने कहा, 'मैं उनकी समस्याओं को अच्छी तरह समझती हूं. सरकार ने उनके लिए बहुत कुछ किया है और वह ऐसा करना जारी रखेगी.' सीतारमण ने कहा कि सरकार 2020 से प्रत्येक बजट में पूंजीगत व्यय बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए इसे 35 प्रतिशत बढ़ाकर 7.5 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया, क्योंकि इसका अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. 

उन्होंने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र के लिए सरकार की 4आर रणनीति - मान्यता, पुनर्पूंजीकरण, संकल्प और सुधार - ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के पुनरुद्धार में मदद की है. उन्होंने कहा कि इसके चलते गैर-निष्पादित संपत्तियों (NPA) में कमी आई है और पीएसबी की सेहत में काफी सुधार हुआ है. 

(इनपुटः भाषा)

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