चीन ने समुद्री सीमा में की घुसपैठ की कोशिश, भारतीय नौसेना ने खदेड़ा

भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ कोई नई बात नहीं. कभी डोकलाम तो कभी अरूणाचल प्रदेश के बहाने चीन अपनी विस्तारवादी नीति को अंजाम देते ही रहता है. इस बार चीन ने भारतीय सीमा में समुद्र के रास्ते पैर पसारने की कोशिश की लेकिन भूल गया कि यह 21वीं शताब्दी का भारत है. भारतीय नौसेना ने चीनी जहाज के प्रवेश को मंजूरी नहीं दी और उसे लौटने को मजबूर कर दिया.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 3, 2019, 06:17 PM IST
    • भारत के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में घुंस रहा चीन
    • चीन पाकिस्तान के नापाक हरकतों पर है भारत की नजर
    • नौसेना बजट को लेकर परेशान हैं चीफ
चीन ने समुद्री सीमा में की घुसपैठ की कोशिश, भारतीय नौसेना ने खदेड़ा

नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने जानकारी देते हुए यह बताया कि चीनी जहाज अरब सागर के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी. अनुमति लिए बिना चीनी जहाज शी यान को सीमा में घुसने से रोकने के लिए भारतीय नौसेना ने मोर्चा संभाला और समुद्री सीमा के पार का रास्ता दिखा दिया. भारतीय नेवी ने इसके साथ ही इस बात की जानकारी दी कि सेना एंटी पायरेसी मिशन से समुद्री लुटेरों को पकड़ने में काफी हद तक सफल रही है. पायरेसी के तकरीबन 44 केस सामने आए जिसमें 120 समुद्री लुटेरों को पकड़ा गया. 

भारत के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में घुंस रहा चीन

भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह ने दिल्ली के प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बताया कि चीनी जहाज शी यान 1 को अनुमति लिए बिना भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश करते देख वापस लौटा दिया गया. भारतीय नौसेना ने चीनी की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के पोत को अंडमान निकोबार द्वीप से खदेड़ा. मालूम हो कि अंडमान सागर में भारत के स्पेशल इकोनॉमिक जोन में किसी भी विदेशी सेना या समूह को बिना अनुमति अंदर आने की इजाजत नहीं. मंगलवार को चीनी जहाज के समुद्री सीमा में घूंसने के बाद भारतीय नौसेना सक्रिय हो गई और तुरंत एक्शन लेते हुए उसका सीमा के बाहर का रास्ता दिखाया. 

चीन पाकिस्तान के नापाक हरकतों पर है भारत की नजर

भारतीय नौसेना ने हाल ही में अत्याधुनिक मिसाइलों और जेट विमानों का जखीरा सजाया है. दुश्मन सेना खासकर पाकिस्तान और चीन के नापाक इरादों को संतुलित रखने के लिए सारे प्रयास किए गए हैं. चीनी जहाज के भारतीय सीमा में आने की जद्दोजहद के बीच नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह ने कहा कि ''शी यान1 को भारतीय क्षेत्र में आने से रोका गया है. हमारा स्टैंड साफ है कि किसी भी देश का जहाज हमारे अधिकार क्षेत्र में या यूं कहें कि इकोनॉमिक जोन में आने की कोशिश करता है तो उसे खदेड़ दिया जाएगा. उन्हें पहले अनुमति लेनी होगी.''

नौसेना बजट को लेकर परेशान हैं चीफ

भारतीय नौसेना प्रमुख ने हालांकि यह भी कहा कि नौसेना के बजट को बढ़ाने के ऊपर लगातार विचार किया जा रहा है. पिछले कुछ वर्षों में रक्षा बजट का सबसे न्यूनतम भाग भारतीय नौसेना के हिस्से आता है. साल 2012 में रक्षा बजट का 18 फीसदी हिस्सा नौसेना का था तो 2018 में यह घटकर 12 फीसदी पर आ गया है. वहीं दूसरी ओर हिंद महासागर में चीन की पैठ बढ़ती जा रही है. ऐसे में भारत की नजर चीनी गतिविधियों को संतुलित बनाए रखने की ओर ज्यादा है.

चीन और पाकिस्तान ने भारत को टारगेट करने के लिए संयुक्त सैन्य अभ्यास करने की दिशा में काम कर रहे हैं. चीफ एडमिरल ने कहा कि वे इस पर नजर बनाए हुए हैं. जो अभ्यास प्रस्तावित है, वह भारतीय सीमा में किसी तरह की दहशतगर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे. आतंकी संगठनों की समुद्री गतिविधियों पर भी लगातार नजर बनाया जा रहा है. 

 

ट्रेंडिंग न्यूज़