नई दिल्ली: अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर को लेकर शुभ घड़ी आने वाली है, 5 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन के लिए अयोध्या जा रहे हैं. लेकिन इसे देखते हुए कांग्रेसियों की पेट में दर्द उठने लगा है.
राम मंदिर के खिलाफ राहुल गांधी का गेम'प्लान'
1- साकेत गोखले ने भूमि पूजन पर रोक लगाने की मांग की
2- इलाहाबाद हाई कोर्ट में भूमि पूजन के खिलाफ याचिका दी
3- भूमि पूजन को अनलॉक-2 की गाइडलाइन का उल्लंघन कहा
4- राहुल गांधी के करीबी साकेत गोखले भूमि पूजन रुकवाना चाहते हैं
5- कुछ दिनों में भूमि पूजन के खिलाफ लगातार माहौल बनाया जा रहा है
राहुल गांधी के करीबी की राम मंदिर भूमि पूजन पर रोक लगाने की इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. साकेत गोखले ने भूमि पूजन पर रोक लगाने की मांग की है. मतलब साफ है कि राहुल गांधी के करीबी साकेत गोखले भूमि पूजन रुकवाना चाहते हैं.
साकेत गोखले के भूमि-पूजन के खिलाफ तर्क
- भूमि पूजन से कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा
- यूपी सरकार केंद्र की गाइडलाइन में छूट नहीं दे सकती
- बकरीद पर सामूहिक नमाज की भी इजाजत नहीं दी गई
- भूमि पूजन अनलॉक-2 की गाइडलाइन का उल्लंघन
इलाहाबाद हाई कोर्ट में अयोध्या में भूमि पूजन के खिलाफ याचिका में भूमि पूजन को अनलॉक-2 की गाइडलाइन का उल्लंघन कहा गया है. यानी अयोध्या में भूमि-पूजन के खिलाफ लगातार माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है.
ज़ी मीडिया से बात करते हुएसाकेत गोखले ने कहा कि गृह मंत्रालय के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. आपको बता दें अयोध्या में भूमि पूजन रोकने की कोशिश करने वाले साकेत गोखले कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के करीबी है.
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का 'मंदिर कार्ड'
उत्तर प्रदेश चुनाव 2017: 15 से ज्यादा मंदिरों में राहुल ने माथा टेका
गुजरात चुनाव 2017: 27 मंदिरों में राहुल पहुंचे, जनेऊधारी हिन्दू बने
कर्नाटक चुनाव 2018: 20 मंदिर-मठों में राहुल की यात्रा
मध्यप्रदेश चुनाव 2018: राहुल ने हिंदुत्व का सहारा लिया, कई मंदिरों का दौरा
राजस्थान चुनाव 2018: राहुल गांधी का 10 महत्वपूर्ण मंदिरों में जाने का प्लान
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने समय-समय पर मंदिर कार्ड खेला है, लेकिन कांग्रेस का चरित्र लगातार किसी से छिपा नहीं है. एक तरफ तो चुनावी सीजन में राहुल गांधी ढोंग करते हैं और राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी लगातार विवाद खड़ा कर देती है.
राम मंदिर पर कांग्रेस के विवादित बयान
अक्टूबर 2018 में कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने कहा कि अच्छे हिंदू राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहते
नवंबर 2018 में कांग्रेस के युवराज और गांधी परिवार के वारिस राहुल गांधी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के सवाल पर कहा 'Thank You'
नवंबर 2018 में कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम सरकार ने राम मंदिर बनाने का झूठा वादा किया, श्रीराम मंदिर पर अध्यादेश असंवैधानिक होगा
नवंबर 2018 में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि भगवान राम भी नहीं चाहेंगे विवादित स्थल पर मंदिर बने
नवंबर 2018 में कांग्रेस नेता सी पी जोशी ने कहा था कि कांग्रेस का प्रधानमंत्री ही राम मंदिर बनवाएगा
जनवरी 2019 में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि दशरथ के महल में 10 हजार कमरे थे, राम किसमें पैदा हुए बताना मुश्किल है
मई 2019 में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा था कि राम मंदिर बनाने पर मोदी सरकार गंभीर नहीं है. मोदी सरकार लोगों की भावनाओं से खेल रही है
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भगवान श्रीराम पर कांग्रेस का 'अविश्वास' किसी से छिपा नहीं है. UPA सरकार ने तो ये तक कह दिया था कि भगवान राम का कोई ऐतिहासिक सबूत नहीं है. राहुल गांधी, कपिल सिब्बल, शशि थरूर, दिग्विजय सिंह और पी चिदंबरम जैसे नेताओं की जुबान हमेशा ज़हर उगलते रहते हैं.
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