नई दिल्ली: मंगलवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और देश में फैल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के हालातों की जानकारी दी. सोनिया गांधी ने बाहर निकल कर मीडिया से बातचीत में कहा कि "जो भी हालात नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोधों से उत्पन्न हुए हैं, वह काफी चिंताजनक है.
उत्तर-पूर्वी राज्यों से उठा बवाल जो अब दिल्ली तक पहुंच चुका है वह धीरे-धीरे पूरे देश में न फैल जाए, इसकी मुझे चिंता है. हम इस बात से लेकर भी बहुत रोष में हैं जिस तरीके से पुलिस शांतिपूर्ण किए जा रहे विरोधों से निपट रही है."
Sonia Gandhi: The situation in the Northeast which is now spreading throughout country including the capital because of the act, is a very serious situation, we fear that it may spread even further.We're anguished at the manner in which police dealt with peaceful demonstration. https://t.co/nzx0InFcFZ pic.twitter.com/Vuu9CCHNP5
— ANI (@ANI) December 17, 2019
सोनिया गांधी ने कहा मोदी सरकार में दबाई जा रही हैं आवाजें
देश के कई हिस्सों में हिंसात्मक प्रतिरोध किया जा रहा है. कई सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया है. इस बीच जामिया में उपजा बवाल जो खासकर दिल्ली पुलिस और छात्रों के बीच के झड़प के बाद और भी ज्यादा तेजी से फैलने लगा है, वह सुर्खियों में छाया हुआ है.
Sonia Gandhi: We've an example in Delhi where Police entered the Jamia women hostel & dragged them out, it mercilessly beat students.I think you all have seen that Modi govt seems to have no compassion when it comes to shutting down people's voices and implement legislation.
— ANI (@ANI) December 17, 2019
कांग्रेस अध्यक्षा ने उस घटना का भी जिक्र करते हुए कहा कि "हमारे पास एक उदाहरण है जामिया का जहां पुलिस ने जामिया के गर्ल्स हॉस्टल में भी घुस कर उनसे मारपीट की और खींच कर बाहर निकाला. मुझे लगता है कि अब आप सब ने देख लिया है कि मोदी सरकार कितनी असंवेदनशील है. जब लोगों की आवाजों को दबाने की बात आती है तो कितनी बेरूखी से इसे दबाया जा रहा है."
जाफराबादा प्रोटेस्ट में पुलिस को पकड़ कर पीट रहे आक्रोशित लोग
इस बीच जामिया हिंसा धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है. आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर कर तांडव करने लग गए हैं. कई मेट्रो परिचालन स्थगित कर दिए गए तो कई जगहों पर आवाजाही को रोक दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स में और एएनआई की ओर से जारी वी़डियो में यह दिखाया गया कि कैसे लोगों ने पुलिस को ही खदेड़ कर मारना शुरू कर दिया है. इस विरोध की लपटें हर ओर तेजी से बढ़ती जा रही है.