चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ एक्शन में 'मासूम' ...अमेरिका से ऐसे मिल रहा साथ

दिल्ली पुलिस की ‘इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (अश्लीलता) के विरूद्ध एक बड़े अभियान के तहत 100 से अधिक प्राथमिकियां दर्ज कीं और 36 लोगों को पकड़ा है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 22, 2022, 05:10 PM IST
  • 'मासूम' अभियान के तहत की गई कार्रवाई
  • NCRB का एक अमेरिकी संगठन से है करार
चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ एक्शन में 'मासूम' ...अमेरिका से ऐसे मिल रहा साथ

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की ‘इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (अश्लीलता) के विरूद्ध एक बड़े अभियान के तहत 100 से अधिक प्राथमिकियां दर्ज कीं और 36 लोगों को पकड़ा है. 

मासूम अभियान के तहत की गई कार्रवाई
अधिकारियों ने बताया कि IFSO के साथ समन्वय से ‘मासूम’ अभियान चलाया गया, जिसे सफल बनाने में सभी जिलों (की पुलिस) ने अहम भूमिका निभाई. पुलिस ने बताया कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के माध्यम से IFSO को बाल अश्लील सामग्री से जुड़े उल्लंघनों की सूचनाएं मिलीं.  एनसीआरबी ने राष्ट्रीय लापता एवं शोषित बाल केंद्र (NCMEC) के साथ करार कर रखा है. 

सूचनाओं के आधार पर की गई कार्रवाई
पुलिस उपायुक्त (IFSO) प्रशांत गौतम ने बताया कि इन सूचनाओं के आधार पर दिल्ली के विभिन्न थानों में 105 मामले दर्ज किए गए और अपराधियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या पकड़ा गया है. 

अमेरिका के एक संगठन से है गठजोड़
NCRB और NCMEC के बीच एक करार हुआ था. NCMEC अमेरिका स्थित एक गैर लाभकारी निजी संगठन है, जिसकी स्थापना यूनाइटेड नेशंस कांग्रेस की ओर से 1984 में की गई थी. पुलिस का कहना है कि उसका (NCMEC का) फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया मंचों के साथ गठजोड़ है. उसके अनुसार जब कभी इन पर निजता के उल्लंघन से संबंधित कोई सामग्री या बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री सामने आती है तो वे सतर्कता बरतते हैं. उसके मुताबिक जिस व्यक्ति ने वह सामग्री डाली है, उसका आईपी एड्रेस हासिल किया जाता है. 

नोडल एजेंसियों के साथ जानकारी साझा करता है NCRB
इस करार के तहत NCMEC सोशल मीडिया मंचों पर साझा की गई या डाली गयी बच्चों की संलिप्तता वाली यौन रूप से हानिकारक सामग्री के बारे में सीटीआर/सूचना NCRB को देता है. 

पुलिस ने कहा कि इन शिकायतों को हानिकारक सामग्री साझा करने या अपलोड करने वाले व्यक्ति के ब्योरे के साथ दिया जाता है. एनसीआरबी फिर उसे राज्यों की नोडल एजेंसियों के साथ साझा करता है और इस संबंध में दिल्ली में आईएफएसओ नोडल एजेंसी है.

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