भोपाल: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में मध्य प्रदेश से राज्यसभा का नामांकन भी दाखिल कर दिया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने उन्हें कोसने के लिये एक के बाद एक कई ट्वीट किये. सिंधिया को निशाना बनाने के चक्कर में दिग्विजय ने पीएम मोदी और संघ की जमकर तारीफ भी की.
'नरेंद्र मोदी विचारधारा के लिये समर्पित'
I am no admirer of Narendra Modi and one of his most bitterest Critic but then admire his Courage of Conviction and uncompromising effort to Polarise the Country on every possible issue and every opportunity.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 14, 2020
दिग्विजय सिंह ने अपने अगले ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस की तारीफ की. लेकिन यह तारीफ व्यक्तिगत तौर पर नहीं बल्कि विचारधारा के प्रति समर्पण को लेकर थी. दिग्विजय ने लिखा कि मैं नरेंद्र मोदी का प्रशंसक नहीं हूं बल्कि उनके सबसे कटु आलोचकों में से एक हूं लेकिन मैं उनके साहस, विचारधारा के प्रति समर्पण और प्रयास का प्रशंसक हूं. सिंधिया को उनसे सीख लेनी चाहिये.
'कभी नहीं सोचा था सिंधिया ऐसा करेंगे'
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि महाराज ( ज्योतिरादित्य सिंधिया) कांग्रेस और गांधी परिवार को धोखा देंगे, वो भी किसके लिए? राज्यसभा और मोदी-शाह की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के लिए? बहुत ही दुखद है, मैंने उनसे इसकी उम्मीद कभी नहीं की थी. लेकिन मैंने विनम्रता से ठुकराया है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय राजनीति से गायब हो रही है.
मोदी और संघ अपने लक्ष्य पर अडिग
I have seen RSS activists who have devoted their whole life and left their Family to work for Sangh. But now the new Pracharaks of RSS have also changed. Narendra Modi is the most glaring example of this new breed of RSS Pracharaks.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 14, 2020
सिंधिया के लिये दिल में भरे गुबार को निकालने के लिये दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये. उन्होंने संघ की तारीफ में लिखा कि आरएसएस ने 1925 से लेकर 90 के दशक तक, दिल्ली की सत्ता में आने के लिए कितना इंतजार किया है. इस दौरान वह अपने 'हिन्दू राष्ट्र' के मुख्य मकसद से भटके नहीं. उन्होंने समाजवादियों खासकर जेपी (जय प्रकाश नारायण) और अब नीतीश को सफलता पूर्वक मूर्ख बनाया और एक आरएसएस प्रचारक को भारत का प्रधानमंत्री बनाने के अपने लक्ष्य को पूरा किया.
भाजपा में शामिल होना सौभाग्यः सिंधिया
सिंधिया ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज मेरे लिए भावुक दिन है. उन्होंने भाजपा में शामिल होने को सौभाग्य की बात कही. इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में दो ऐसे नेता हैं जो कभी भी अपनी कार में एसी नहीं चलाए, उन दोनों नेताओं में शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं.
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