लखनऊ: विश्व के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र में शुमार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ताजनगरी के दौरे को बेहद यादगार बनाने के लिये सरकार और प्रशासन जोरदार तैयारियां कर रहा है. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अफसरों को कुछ भी बताने का निर्देश नहीं है, लेकिन जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार 10 कंपनी अर्धसैनिक बल, 10 कंपनी पीएसी के साथ एटीएस और एनएसजी के कमांडो को तैनात किया जाएगा.
ट्रंप जहां से गुजरेंगे वहां के मोबाइल फोन ऑटोमेटिक बंद हो जाएंगे
आगरा पुलिस ने बताया कि ताजमहल से एयरपोर्ट के बीच सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई जिलों की पुलिस को लगाया गया है. पैरा मिलिट्री फोर्स, पीएसी, एनएसजी कमांडो, एटीएस सड़क और छतों पर तैनात रहेंगे. अमेरिकी टीम सैटेलाइट से भी निगरानी करेगी, इस वजह से ट्रम्प जहां से भी गुजरेंगे वहां के मोबाइल ऑटोमेटिक बन्द हो जाएंगे. पुलिस के वायरलेस और सीयूजी फोन्स की फ्रीक्वेंसी पहले से दे दिए जाने के कारण उनके संचार के साधन चलते रहेंगे.
सुप्रीम कोर्ट का एक आदेश डाल रहा अड़चन
आपको बता दें कि ट्रंप का दौरा 24 फरवरी को प्रस्तावित तो है, लेकिन मुख्य अड़चन यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में ईंधन से चलने वाली गाड़ियों पर रोक लगाई है. ऐसे में यह देखना होगा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले को ताजमहल के पास तक जाने की इजाजत मिलती है या वह ताजमहल के पूर्वी गेट से बैटरी चालित गोल्फ-कार्ट से ताजमहल तक जाने के लिए सहमति देते हैं.
शाहजहां और मुमताज की कब्रों की चल रही सफाई
अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा को देखते हुए मुगल शहंशाह शाहजहां और मुमताज की कब्रों की पहली बार मडपैक ट्रीटमेंट के जरिए सफाई की जा रही है, ताकि उस पर एक भी दाग न दिखे. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने दोनों कब्रों पर मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाकर गंदगी और दाग मिटाने का काम शुरू कर दिया है. ताजमहल बनने के बाद यह पहला मौका है जब एएसआई ने कब्रों पर मुल्तानी मिट्टी लगाकर मडपैक ट्रीटमेंट से सफाई कार्य करवा रहा है.
ये भी पढ़ें- सबसे खतरनाक फ़ुटबाल आ रही है डोनाल्ड ट्रम्प के साथ