गृह मंत्रालय का प्रोजेक्ट 'Future Cop', अगले पांच साल में पुलिस का होगा कायाकल्प

गृह मंत्रालय ने एक बड़े प्रोजेक्ट के तहत पुलिस को स्मार्ट बनाने की रणनीति तैयार की है. इस प्रोजेक्ट को 'Future Cop' का नाम दिया गया है, जिसके तहत अगले पांच सालों में पुलिस का कायाकल्प होगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 15, 2021, 01:04 PM IST
  • देश की पुलिस को आधुनिक और स्मार्ट बनाने की तैयारी
  • नई तकनीक का इस्तेमाल कर प्रोजेक्ट को बनाया जाएगा सफल
गृह मंत्रालय का प्रोजेक्ट 'Future Cop', अगले पांच साल में पुलिस का होगा कायाकल्प

नई दिल्ली: नार्थ ईस्ट में फैले उग्रवाद से निपटना हो या फिर आतंकियों के खिलाफ आपरेशन करना हो या फिर देश में नक्सलियों का खात्मा करना हो, केंद्र सरकार सभी राज्यों से मिलकर पुलिस को आधुनिक बनाने के खास प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. जिसमें स्टेट पुलिस के साथ साथ अर्द्ध सैनिक बलों को भी आधुनिक बनाया जाएगा.

पुलिस को स्मार्ट बनाने का एक मेगा प्लान

ज़ी मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश की पुलिस व्यवस्था और अर्धसैनिक बलों में नई तकनीक का इस्तेमाल कर पुलिस को स्मार्ट बनाने का एक मेगा प्लान तैयार किया है.

गृह मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय ने 5 सालों का एक खाका तैयार किया है. जिसमें सभी अर्धसैनिक बलों और राज्यों के पुलिस से सुझाव मांगे गए हैं. जिसका मकसद यह है कि देश में स्मार्ट पुलिस का एक ऐसा सिस्टम तैयार हो जिसका बेहतर इस्तेमाल देश की जनता कर सकें.

पुलिस को आधुनिक बनाने की बड़ी तैयारियां

गृह मंत्रालय के नए प्रपोजल के मुताबिक भविष्य में देश भर की पुलिस फोर्स को आतंकवाद हाईजैकिंग साइबर क्राइम जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस को आधुनिक बनाने की बड़ी तैयारियां की जा रही हैं. सूत्रों ने बताया है कि इसके तहत जहां हर पुलिस फोर्स के अंदर एक स्पेशलाइज्ड यूनिट तैयार की जाएगी जो कि बेहद मॉडर्न हथियारों, कम्युनिकेशन सिस्टम और सर्विलांस गैजेट से लैस होगी. वहीं बेहतर जांच के लिए पुलिस के जांच अधिकारियों को मॉडर्न इन्वेस्टिगेशन के टूल्स और तकनीक को सिखाया जाएगा.

केंद्र सरकार के इस प्लान के मुताबिक जनता के लिए पुलिसिंग व्यवस्था और सुदृढ़ हो इसके लिए भी प्लान तैयार किया जा रहा है. स्मार्ट पुलिसिंग के चौथे चरण के इस प्लान में गृह मंत्रालय के द्वारा मांगे गए स्मार्ट पुलिसिंग के सुझाव पर कई राज्यों और अर्धसैनिक बलों ने अपनी रिपोर्ट दे दी है. आने वाले दिनों में गृह मंत्रालय की एक हाई पावर कमेटी इस मामले के जुड़े सुझाव पर कैसे अमल लाया जाए उस को अंतिम रूप देगी.

गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय कमेटी लेगी फैसला

पुलिस को मॉडर्न बनाने के लिए जितनी रकम खर्च होगी उसमें केंद्र और राज्य का क्या हिस्सा होगा इस पर भी गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय कमेटी फैसला लेगी.

पीएम मोदी ने दिया था ये बड़ा संदेश

पद संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब गुवाहाटी में साल 2014 में डीजीपी-आईजीपी की कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था. उस दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था वह एक ऐसा बल चाहते हैं जो कारगर तरीके से देश की कानून व्यवस्था की देखरेख कर सके. प्रधानमंत्री मोदी ने स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा की वकालत करते हुए कहा था कि कारगर खुफिया नेटवर्क वाले देश को सरकार चलाने के लिए किसी हथियार और गोला बारूद की जरूरत नहीं है.

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था स्मार्ट पुलिसिंग से मेरा मानना यह है कि ‘स्मार्ट (S-M-A-R-T) पुलिसिंग कहें तो ‘एस’ से मेरा तात्पर्य स्ट्रिक्ट कठोर लेकिन संवेदनशील, ‘एम’ से तात्पर्य मार्डन यानी आधुनिक और सचल, ‘ए’ से तात्पर्य अलर्ट यानी सतर्क और जवाबदेह, ‘आर’ से तात्पर्य रिलायबल यानी विश्वसनीय और प्रतिक्रियावादी साथ ही ‘टी’ से तात्पर्य टैक्नो सेवी यानी प्रौद्योगिकी का जानकार और दक्ष है.’ इसके अलावा, प्रत्येक राज्य में एक पुलिस एकेडमी हो जहां नए रंगरूटों को प्रशिक्षण दिया जाए और उनके पाठ्यक्रम में, दायित्व निर्वाह के दौरान मारे गए पुलिसकर्मियों का जीवन वृतांत शामिल किया जाना अनिवार्य होना चाहिए.’

प्रधानमंत्री ने इस कांफ्रेंस में कहा था कि ‘एक नई आधिकारिक सरकारी पुस्तक होनी चाहिए, जिसमें नई पीढ़ी के पुलिसकर्मी इन शहीदों के जीवन और बलिदान के बारे में पढ़ सकें और हर साल इसका नया अपडेटेड एडिशन लाया जाना चाहिए.

वहीं साल 2019 में गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में दिए अपने भाषण में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का विजन बनाया है यह तभी हासिल हो सकता है जब देश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हो और हर तरफ शांति रहे आपको बता दें कि यह तब हो सकता है जब देश की पुलिस व्यवस्था स्मार्ट हो और यही वजह है कि गृह मंत्रालय स्मार्ट पुलिसिंग का 5 ईयर प्लान तैयार कर उस को अमलीजामा पहनाने की ओर काम कर रहा है.

कैसे दिखेंगे भविष्य के 'Future Cop'

1. Warning System
पुलिस और अर्धसैनिक बलों के यूनिफॉर्म प्रोटेक्शन गियर में बदलाव  किये जाएंगे. हर जवान के पास उसकी यूनिफार्म में वार्निंग सेंसर लगे होंगे जिसमें हेल्थ पैरामीटर को जानने और लैंडमाइन डिटेक्शन सेंसर होंगे.

2. Communication System
हर स्मार्ट कॉप से जुड़े जवान ग्रुप रेडियो  से जुड़े होंगे जिससे इन जवानों की वर्तमान स्थिति और बेहतर कम्युनिकेशन होता रहे.

3. Bulletproof Jacket
हर स्मार्ट कॉप को 5th जेनेरेशन की बुलेट प्रूफ जैकेट मुहैया कराई जाएगी. जिसकी खासियत ये होगी कि गर्दन और कंधे की प्रोटेक्शन के साथ साथ वजन में काफी हल्के होंगे.

4. Helmets
इन जवानों के हेलमेट पहले मुकाबले आधुनिक और हल्के होंगे,इसके साथ ही हेलमेट पर नाईट विजन लगे होंगे जिससे रात में भी ऑपरेशन किया जा सके.

5. Shoes
स्मार्ट कॉप के शूज पहले के मुकाबले हल्के और कंफर्टेबल होंगे जिससे जवान इनको लंबे वक्त तक पहन सके.

6.Assault Rifle 
एसॉल्ट राइफल यानी हथियारों में बदलाव लाया जाएगा और मॉडर्न एसॉल्ट राइफल दिया जाएगा.

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