अंतरिम बजट 2024: सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन पर जोर का डॉक्टर समुदाय ने किया स्वागत, बोले-बचेगी कीमती जिंदगी

एचपीवी टीकों की सफलता दर 88 प्रतिशत है. सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो इस जनसांख्यिकीय समूह में होने वाले सभी कैंसर का लगभग 18 प्रतिशत है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 1, 2024, 11:30 PM IST
  • वैक्सीन पर जोर देगी सरकार.
  • डॉक्टर समुदाय ने किया स्वागत.
अंतरिम बजट 2024: सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन पर जोर का डॉक्टर समुदाय ने किया स्वागत, बोले-बचेगी कीमती जिंदगी

नई दिल्ली. अंतरिम बजट 2024 में लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन पर जोर देने की डॉक्टर समुदाय ने सराहना की है.वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 साल की लड़कियों के टीकाकरण को बढ़ावा देगी.सरकार पात्र श्रेणियों के बीच इस टीकाकरण को प्रोत्साहित करेगी.

दरअसल कैंसर का यह प्रकार ह्यूमन पेपिलोमावायरस से जुड़ा है और टीके इसे रोक सकते हैं. यह भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत का दूसरा प्रमुख कारण है. इसी वजह से टीका इस बीमारी के खिलाफ एक बहुत ही महत्वपूर्ण जीवन रक्षक उपाय है. इस घोषणा के संबंध में बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में बाल चिकित्सा सलाहकार डॉ. अनुराधा विनोद ने कहा-मेरा मानना है कि भारत में युवाओं में सर्वाइकल के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह एक अच्छा फैसला और बहुत जरूरी कदम है.वैक्सीन ने उन लोगों में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम में उच्च प्रभावकारिता दर साबित की है, जिन्होंने वैक्सीन प्राप्त की है, उन लोगों की तुलना में जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है.

एचपीवी टीकों की सफलता दर 88%
बता दें कि एचपीवी टीकों की सफलता दर 88 प्रतिशत है. सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो इस जनसांख्यिकीय समूह में होने वाले सभी कैंसर का लगभग 18 प्रतिशत है. द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर के हर पाँच मामलों में से एक या 21 प्रतिशत भारत में होता है.देश में लगभग हर चार में से एक यानी 23 प्रतिशत मौत का कारण कैंसर है.

डॉ विनोद ने कहा- हम जो टीकाकरण कार्यक्रम देते हैं वह 15 वर्ष से पहले 2 खुराक और 15 से 26 वर्ष के बाद 3 खुराक है. मानव पैपिलोमावायरस के संपर्क में आने से पहले टीका देना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि 15 वर्ष से 26 वर्ष के बीच.

सबसे ज्यादा प्रभावी कब?
गुरुग्राम स्थित फोर्टिस अस्पताल में गायनी ऑन्कोलॉजी विभाग की प्रधान निदेशक डॉ. रमा जोशी ने कहा-एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर की प्राथमिक रोकथाम में सहायता करती है जो एचपीवी संक्रमण के खतरे को रोकती है जो सर्वाइकल कैंसर का कारण है. यह 9 से 14 वर्ष की आयु में दिए जाने पर सबसे प्रभावी है.

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