नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में भले ही डेढ़ साल से अधिक का समय बचा हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अभी से अपनी तैयारियों और रणनीति को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी एल संतोष ने 144 लोकसभा सीटों पर पार्टी को और मजबूत करने की कवायद की केंद्रीय मंत्रियों के साथ समीक्षा की.
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की बुधवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ आरंभ होने वाली है. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा विरोधी सभी दलों को एकजुट करने की कोशिशों में लगे हैं.
जिन सीट पर मामूल अंतर से चूके, उन पर चर्चा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा नेताओं की बैठक में उन 144 लोकसभा सीटों को जीतने की रणनीति को लेकर चर्चा की गई जिन पर भाजपा पिछले चुनाव में मामूली अंतर से चूक गई थी. इनमें वे निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा दूसरे या तीसरे स्थान पर रही थी या जिन पर उसने कभी जीत दर्ज की ही नहीं है.
इन सीटों को समूहों में बांटा गया है और प्रत्येक समूह का प्रमुख एक केंद्रीय मंत्री को नियुक्त किया गया है. भाजपा मुख्यालय में हुई इस बैठक में पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, स्मृति ईरानी, गिरिराज सिंह, अश्विनी वैष्णव, भूपेंद्र यादव, अनुराग ठाकुर, किरेन रीजीजू, जी किशन रेड्डी सहित कुछ अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने हिस्सा लिया.
मंत्रियों ने पेश की विस्तृत रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान इन मंत्रियों ने अपने प्रभार वाले निर्वाचन क्षेत्रों पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की. सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों ने लगभग सभी निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किया है और चुनावी रूप से महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की हैं. सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों ने इन निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा की स्थिति का विश्लेषण करने के बाद 2024 के चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदमों की पहचान की और केंद्रीय नेतृत्व को इनसे अवगत कराया.
मंत्रियों के एक समूह को आकलन के लिए भेजा गया था
मंत्रियों के एक और समूह को पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पंजाब और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के इन निर्वाचन क्षेत्रों के भीतर सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करने तथा राजनीतिक स्थिति का आकलन करने के लिए भेजा गया था. उन्हें संभावित उम्मीदवारों की पहचान करने का भी काम सौंपा गया था. सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने इन निर्वाचन क्षेत्रों पर एक विस्तृत खाका तैयार किया है, जिसमें धर्म, जाति, भौगोलिक क्षेत्र, मतदाताओं का झुकाव और इसके पीछे के कारणों की जानकारी शामिल है.
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