नई दिल्ली: NEET Paper Leak: नीट के कथित पेपर लीक मामले में एक और खुलासा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नीट का पेपर झारखंड के हजारीबाग के एक सेंटर से लीक हुआ. ये जानकारी पटना में मिले जले हुए प्रश्न पत्र में छपे बुकलेट के कोड से मिली है. मामले में आगे की जांच चल रही है.
मुख्य आरोपी ने माना- पेपर उपलब्ध करवाया था
वहीं, बिहार में नीट पेपर लीक के मुख्य आरोपी सिकंदर यादवेंदु स्वीकार किया है कि उसने चार परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाए थे. परीक्षा से एक दिन पहले ही परीक्षार्थियों को आंसर रटा दिए गए थे. आरोपी सिकंदर ने अपने भतीजे अनुराग यादव समेत चारों अभ्यार्थियों से 40 लाख रुपये मांगे थे. सिकंदर ने नीतीश और अमित को बताया था कि उसके पास अपने भतीजे समेत चार परीक्षार्थी हैं. इनका नाम अनुराग यादव, आयुष कुमार, अभिषेक कुमार और शिवनंदन कुमार हैं.
4 मई को गेस्ट हाउस में बुलाया
आरोपी यादवेंदु ने आगे बताया कि नीतीश और अमित ने हर अभ्यार्थी से 32 लाख रुपये लिए थे. 4 मई को चारों अभ्यार्थियों को एक गेस्ट हाउस में बुलाया. यहां नीतीश और आनंद ने उन्हें आंसर रटवाए. फिर चारों ने कि 5 मई को हुई नीट परीक्षा में वे ही सवाल आए, जिनके आंसर उन्हें रटाए गए थे.
अनुराग कोटा से पटना आया था
अनुराग यादव ने बताया कि वह राजस्थान के कोटा में नीट की तैयारी करता था. जब वह कोटा में था, तब उसे चाचा ने बताया कि उसके पास नीट का प्रश्न पत्र है. फिर अनुराग कोट से पटना पहुंचा, यहां वह चाचा के साथ अमित और नीतीश से मिला. उन्होंने ही उसे प्रश्न पत्र और आंसर दिए. दोनों ने रातभर आंसर भी रटाए.
25 जून को सिविल कोर्ट में होगी सुनवाई
बता दें कि इस मामले शुक्रवार को पटना के सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने पुलिस से गेस्ट हाउस डायरी की मांगी. लेकिन पुलिस गेस्ट हाउस की डायरी लेकर नहीं पहुंची थी. अदालत ने पुलिस को अगली सुनवाई में डायरी साथ लेकर आने के लिए कहा है. अगली सुनवाई 25 जून, 2024 को होगी.
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