निर्भया मामले में मुख्य गवाह के खिलाफ याचिका दाखिल

निर्भया गैंगरेप केस के दोषी पवन गुप्ता ने याचिका में यह भी दावा किया गया है कि अवनींद्र ने न्यूज चैनलों से पैसे लेकर इंटरव्यू दिए हैं. पवन गुप्ता के पिता हीरालाल गुप्ता ने निर्भया के दोस्त और केस के मुख्य गवाह के खिलाफ आपराधिक केस दायर किया है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 11, 2019, 08:03 PM IST
    • पिछले साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट से सभी की अपील खारिज हो गई थी,
    • निर्भया गैंगरेप के दोषियों में से एक अक्षय कुमार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर करीब दो साल पुराने फैसले को चुनौती दे चुका है
निर्भया मामले में मुख्य गवाह के खिलाफ याचिका दाखिल

नई दिल्लीः निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले के दोषियों की सजा का समय जैसे-जैसे पास आता जा रहा है, वह बचने के तमाम हथकंडे अपना रहे हैं. इस मामले में ऐसा ही ओर माजरा सामने आया है. सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों में से एक पवन गुप्ता ने पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया के दोस्त और केस के इकलौते गवाह अवनींद्र पांडे के खिलाफ याचिका दायर की है. उसने गुहार लगाई है कि इस पर जल्द सुनवाई हो.  पटियाला हाउस कोर्ट शुक्रवार को इस याचिका पर सुनवाई करेगा.  दोषी पवन ने याचिका में  निर्भया के दोस्त पर आरोप लगाया है कि उसने पैसे लेकर गवाही दी है. 

पैसे लेकर इंटरव्यू देने का आरोप
निर्भया गैंगरेप केस के दोषी पवन गुप्ता ने याचिका में यह भी दावा किया गया है कि अवनींद्र ने न्यूज चैनलों से पैसे लेकर इंटरव्यू दिए हैं. पवन गुप्ता के पिता हीरालाल गुप्ता ने निर्भया के दोस्त और केस के मुख्य गवाह के खिलाफ आपराधिक केस दायर किया है. पवन गुप्ता के पिता ने कहा, 'यह केस इसलिए फाइल कर रहा हूं क्योंकि उसकी झूठी गवाही पर ही सजा हुई है, पवन निर्दोष है. अवनींद्र उस रात निर्भया के साथ था. पूरे मामले में वही अकेला गवाह है. 

पुनर्विचार याचिका भी हुई है दाखिल
निर्भया गैंगरेप के दोषियों में से एक अक्षय कुमार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर करीब दो साल पुराने फैसले को चुनौती दे चुका है. इस फैसले के खिलाफ तीन दोषियों पवन, मुकेश और विनय की पुनर्विचार याचिकाएं भी खारिज की जा चुकी हैं. अक्षय ने इस याचिका में वेद-पुराणों का जिक्र करते हुए दिल्ली के प्रदूषण के ही ढाल बनाया है. 

उसने कहा, 'दिल्ली-एनसीआर और दूसरे शहरों में वायु गुणवत्ता बर्बाद होकर गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है. दिल्ली-एनसीआर में तो पीने का पानी भी जहर से भरा है. सब जानते हैं कि दिल्ली-एनसीआर में क्या हो रहा है. जिंदगी छोटी से छोटी होती जा रही है, ऐसे में मौत की सजा क्यों?

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हो रहा है फांसी का इंतजार
निर्भया गैंगरेप मामले में 13 दिसंबर को होने वाली सुनवाई पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. ऐसे में निर्भया को जल्द फांसी दिलाने की अर्जी पर बहस करने वाले वकील जितेंद्र झा का कहना है कि अगर सिस्टम ढंग से काम करे तो महीने भर के भीतर निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाया जा सकता है. 

पिछले साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट से सभी की अपील खारिज हो गई थी, उसके बाद तीन लोगों की रिव्यू पिटिशन भी कोर्ट ने खारिज कर दी, लेकिन फिर भी चौथे दोषी अक्षय ने रिव्यू पिटिशन अब लगाई है.

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