पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ दो दिन की मैराथन बैठक, कोरोना संकट पर करेंगे चर्चा

देश में कोरोना संकट कहीं घट रहा है तो कहीं बढ़ता हुआ दिख रहा है. इन बदलती परिस्थितियों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर से विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 13, 2020, 08:27 AM IST
    • कोरोना संकट पर चर्चा करेंगे पीएम मोदी
    • दो दिनों के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ होगी बैठक
पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ दो दिन की मैराथन बैठक, कोरोना संकट पर करेंगे चर्चा

नई दिल्ली: देश में कोरोना के मरीजों की संख्या 3 लाख से भी ज्यादा हो चुकी है. खास तौर पर दिल्ली और महाराष्ट्र में हालात बेकाबू होते देख रहे हैं. इसे लेकर पीएम मोदी चिंतित हैं. 
पीएम करेंगे मुख्यमंत्रियों से करेंगे चर्चा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए मुख्यमंत्रियों से चर्चा करने का मन बनाया है. इसके लिए 16 और 17 जून की तारीख तय की गई है. इसके लिए अलग अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अलग अलग समय दिया गया है. 

दो दिन की इस मैराथन चर्चा का विषय कोरोना वायरस और उसके प्रसार को रोकने के उपायों पर केन्द्रित रहेगा. कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की यह 6ठी बैठक है.   
कोरोना से ज्यादा प्रभावित राज्यों के लिए विशेष योजना
देश के दो बड़े क्षेत्रों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र में कोरोना का प्रसार तेजी से हो रहा है. जो कि राष्ट्रीय चिंता का विषय बन गया है. इसके अतिरिक्त गुजरात में भी कोरोना का कहर थमता हुआ नहीं दिख रहा है. लेकिन बाकी के राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण के नियंत्रण में अच्छी सफलता देखी जा रही है. पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों से चर्चा का विषय कोरोना को पूरी तरह खत्म करने पर केन्द्रित रहेगा. 
मुख्यमंत्रियों से प्रधानमंत्री जानेंगे उनके राज्यों का हाल 
16 और 17 जून को होने वाली बैठक में पीएम मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उनके संबंधित राज्यों का वास्तविक हाल जानेंगे.

8 जून के बाद लॉकडाउन में छूट के बाद राज्यों पर उसके असर की समीक्षा की जाएगी. कोरोना से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है. राज्यों द्वारा उसका पालन और आ रही मुश्किलों के बारे में चर्चा होने की संभावना है. इसके अतिरिक्त जिन राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा सफलतापूर्वक कोरोना को रोकने के लिए जो कदम उठाए गए हैं. देश के बाकी राज्यों तक उनके अनुभवों का लाभ पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. 
इसके अलावा जिन राज्यों में संक्रमण ज्यादा है. उन राज्यों को कि तरह की मदद की आवश्यकता है, इसकी समीक्षा की जाएगी. 
कोरोना संकट की इस घड़ी में इस बार होने वाली मुख्यमंत्रियों की बैठक ज्यादा अहम है. 

 

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