नई दिल्ली: मोदी सरकार अनेक वर्षों बाद नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे चुकी है. कैबिनेट से इसको मंजूरी मिलने के बाद अब देशवासियों को इसके लागू होने का इंतजार है अर्थात जब ये धरातल पर उतरेगी तब इसल समाज और शिक्षा पर क्या असर पड़ेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ई कॉन्क्लेव के माध्यम से नई शिक्षा नीति पर बात की.
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संबंध में ये कॉन्क्लेव बहुत महत्वपूर्ण है. आज यहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी. जितनी ज्यादा स्पष्ट जानकारी होगी फिर उतना ही आसान इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लागू करना होगा.
ये भी खुशी की बात है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद देश के किसी भी क्षेत्र से, किसी भी वर्ग से ये बात नहीं उठी कि इसमें किसी तरह का Bias है, या किसी एक ओर झुकी हुई है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 7, 2020
नई शिक्षा नीति की किसी ने नहीं आलोचना- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद देश के किसी भी क्षेत्र से, किसी भी वर्ग से ये बात नहीं उठी कि इसमें किसी तरह का पक्षपात है या ये किसी एक ओर झुकी हुई है. कुछ लोगों के मन में ये सवाल आना स्वभाविक है कि इतना बड़ा सुधार कागजों पर तो कर दिया गया लेकिन इसे जमीन पर कैसे उतारा जाएगा यानी अब सबकी निगाहें इसके लागू होने की तरफ हैं.
हर देश, अपनी शिक्षा व्यवस्था को अपनी National Values के साथ जोड़ते हुए, अपने National Goals के अनुसार Reform करते हुए चलता है।
मकसद ये होता है कि देश का Education System, अपनी वर्तमान औऱ आने वाली पीढ़ियों को Future Ready रखे, Future Ready करे: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 7, 2020
नये भारत की नींव डालेगी शिक्षा नीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के 'नए भारत' की फाउंडेशन तैयार करने वाली है. बीते कई वर्षों से हमारे एजुकेशन में बड़े बदलाव नहीं हुए थे. परिणाम ये हुआ कि हमारे समाज में जिज्ञासा और इमेजिनेशन की वैल्यूज को प्रमोट करने के बजाय भेड़ चाल को प्रोत्साहन मिलने लगा था.
भारत की National Educational Policy- राष्ट्रीय शिक्षा नीति का आधार भी यही सोच है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 21वीं सदी के भारत की, नए भारत की Foundation तैयार करने वाली है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 7, 2020
राष्ट्रीय मूल्यों के संवर्धन पर नई शिक्षा नीति के प्रभाव का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हर देश अपनी शिक्षा व्यवस्था में अपनी नेशनल वैल्यूज को जोड़ते हुए और अपने नेशनल गोल्स के अनुसार सुधार करते हुए चलता है. मकसद ये होता है कि देश का एजुकेशन सिस्टम अपनी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य तैयार करे.