लद्दाख: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के बीच आज लेह पहुंचे हैं. किसी ने भी पहले से अनुमान तक नहीं लगाया था कि अचानक पीएम मोदी लेह में सैनिकों का उत्साह बढ़ाने के लिए पहुंच जाएंगे. उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत भी हैं. पीएम मोदी 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में घायल हुए जवानों से मुलाकात करके उनका हौसला बढ़ा रहे हैं.
जवानों ने पूरे जोश के साथ किया स्वागत
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi among soldiers after addressing them in Nimmoo, Ladakh. pic.twitter.com/0rC7QraWTU
— ANI (@ANI) July 3, 2020
सीमा पर चीन को कड़ा सबक सिखाने के लिए भारतीय सैनिक मुस्तैदी से डटे हैं. केंद्र सरकार किसी भी प्रकार की संवादहीनता सैनिकों और सेना के साथ नहीं चाहती. पूरे देश में सेना के प्रति प्रेम और विश्वास मजबूत हुआ है. ऐसे में सेना के बीच पीएम मोदी का पहुंचना बहुत बड़ी बात है. प्रधानमंत्री देश के प्रधान हैं और उनके लेह जाने से सैनिकों का उत्साह बढ़ गया है. भारत माता की जय और वंदे मातरम के देशभक्ति पूर्ण नारों के साथ जवानों ने पीएम मोदी का स्वागत किया.
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पीएम मोदी की यात्रा से चीन को कड़ा संदेश
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के इस सरप्राइज विजिट से चीन समेत पूरी दुनिया को बड़ा संदेश मिला है. चीन को विशेष तौर पर एक झटका लगा होगा भारत अब किसी भी कीमत पर नहीं झुकेगा और नजरें मिलाकर बात करेगा. डिफेंस एक्सपर्ट्स कहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने लेह जाकर बड़ा कदम उठाया है और चीन को संदेश दे दिया है कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी के ग्राउंड जीरो पर पहुंचने पर रिटायर ब्रिगेडियर विक्रम दत्ता ने कहा कि इससे प्रधानमंत्री को जमीनी हालात के बारे में जानकारी मिलेगी. साथ ही वह समझ पाएंगे कि वर्तमान हालात क्या हैं. इससे सेना के जवानों और अधिकारियों को पूरी ताकत, मनोबल और यथाशक्ति मिलेगी, जिससे वह एलएसी पर चीन का डटकर मुकाबला कर सके.