नई दिल्ली: भारत के 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पूरा देश जहां जश्न में डूबा हुआ है, इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हर बार की तरह अलग परिधान में नजर आए. उन्होंने इस मौके पर बहुरंगी राजस्थानी पगड़ी पहनी.
इस बार कैसी थी पीएम मोदी की पगड़ी?
हर वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में पीएम मोदी का खास और अलग अंदाज लोगों में चर्चा का विषय बनता है. इस वर्ष प्रधानमंत्री मोदी बहुरंगी राजस्थानी पगड़ी पहने नजर आए.
गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी की पगड़ी में केसरिया और पीला रंग दिखा. पगड़ी के अलावा वो सफेद कुर्ता और सफेद पैंट के साथ काला कोट पहने नजर आए. उन्होंने गले में सफेद रंग का स्टोल भी बांध रखा था.
बीते 8 सालों में पीएम मोदी ने क्या-क्या पहना?
साल 2022 पीएम मोदी उत्तराखंड की टोपी में आए थे.
साल 2021 में पीएम मोदी ने हलारी रंग की पगड़ी पहनी थी.
साल 2020 में पीएम ने नारंग रंग का साफा पहना था.
साल 2019 में पीएम मोदी ने केसरिया रंग का साफा पहना था.
साल 2018 में पीएम मोदी के साफे का रंग सतरंगी था.
साल 2017 में पीएम मोदी गुलाबी रंग के साफे में नजर आए थे.
साल 2016 में पीएम मोदी ने पीले रंग का साफा पहना था.
वर्ष 2015 में पीएम मोदी लाल-हरे रंग के साफे में नजर आए थे.
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी रहे मुख्य अतिथि
कर्तव्य पथ पर पहली बार आयोजित हुए गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी हैं. इस बार कर्तव्य पथ पर मार्चिंग पास्ट में भी मिस्र की सेना का दस्ता शामिल हुआ, जिसकी झलकियां भी सामने आईं. मिस्र का 120 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया.
2014 से अब तक गणतंत्र दिवस समारोह में कौन-कौन रहे मुख्य अतिथि?
2014 में जापान के पीएम शिंजो आबे
2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा
2016 में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद
2017 में UAE के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद
2018 में 10 देशों के प्रमुख गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि थे
2019 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा
2020 में ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो मुख्य अतिथि थे
वर्ष 2023 में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी हैं
देश के इतिहास में ऐसा सिर्फ तीन बार हुआ है, जब गणतंत्र दिवस समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं रहा है. 26 जनवरी 1950 को हमारा देश गणतंत्र बना था. आपको उन तीन कारणों के बारे में बताते हैं.
वर्ष 1966- तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का निधन हो गया था. इसी की वजह से गणतंत्र दिवस समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं था.
वर्ष 2021 और 2022- कोरोना संक्रमण की वजह से कोई मुख्य अतिथि गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं थे.
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