जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सत्ता बचाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं. विधानसभा सत्र शुरू कराने के लिए उन्होंने विधायकों के साथ राजभवन में धरना भी दिया जिसका विरोध खुद राज्यपाल को करना पड़ा है. राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक चिट्ठी लिखी है.
फ्लोर टेस्ट के लिए इतनी जल्दी में क्यों है सरकार- राज्यपाल
राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक चिट्ठी में लिखा है कि मुख्यमंत्री आवास और होटल से होते हुए लड़ाई अब राज्यपाल निवास यानि राजभवन तक पहुंच गई है. विधानसभा सत्र नहीं बुलाने से राज्यपाल से नाराज अशोक गहलोत ने पहले चेतावनी दी थी. इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि अगर अशोक गहलोत की सरकार के पास बहुमत है तो वे फ्लोर टेस्ट के लिए इतनी हड़बड़ाहट में क्यों हैं.
क्लिक करें- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना पॉजिटिव
क्या सरकार राज्यपाल को भी सुरक्षा नहीं दे सकती- कलराज मिश्र
राज्यपाल कलराज मिश्र ने गहलोत सरकार से सवाल किया है कि क्या उनकी सरकार राज्यपाल को भी सुरक्षा नहीं दे पाएगी. तो राज्य की जनता को वे कैसे सुरक्षित कर सकेंगे.
गहलोत का आरोप है कि बार-बार कहने के बावजूद राज्यपाल विधानसभा सत्र इसलिए नहीं बुला रहे हैं क्योंकि उन पर बीजेपी का दबाव है. गहलोत ने तो यहां तक कह दिया कि अगर जनता राजभवन घेरने आ गई तो उन्हें दोष ना दिया जाए. राज्यपाल ने कहा कि अल्प सूचना पर सत्र बुलाने की न कोई वजह और न ही एजेंडा बताया गया है.