नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों में भर्ती की 'अग्निपथ योजना' का विरोध कर रहे युवाओं की चिंताओं को दूर करने के प्रयास के तहत शुक्रवार को कहा कि यह नई योजना भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर है.
शुरू होने वाली है सेना की भर्ती प्रक्रिया
रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ ही दिनों में सेना की भर्ती प्रक्रिया शुरू होने वाली है. उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील की कि वे इसकी तैयारी में जुट जाएं. अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों से जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच राजनाथ ने सिलसिलेवार ट्वीट कर युवाओं की चिंताएं दूर करने की कोशिश की.
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा को 21 साल से 23 साल करने से बहुत सारे युवाओं को सेना में नौकरी करने का अवसर मिल सकेगा.
देश के कई राज्यों में लोगों ने काटा बवाल
'अग्निपथ' योजना के खिलाफ गुरुवार को उत्तर प्रदेश, बिहार सहित कई राज्यों में ट्रेनों में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस के वाहनों को आग लगाने की घटनाएं सामने आई थीं.
राजनाथ सिंह ने कहा, 'केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई 'अग्निपथ योजना' भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर है. पिछले दो वर्षों से सेना में भर्ती की प्रक्रिया नहीं होने के कारण बहुत से युवाओं को सेना में भर्ती होने का अवसर नहीं मिल सका था.'
उन्होंने कहा कि इसलिए युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर सरकार ने 'अग्निवीरों' को भर्ती की आयु सीमा इस बार 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है.
राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का किया धन्यवाद
रक्षा मंत्री ने कहा, 'इस छूट से बहुत सारे युवाओं को अग्निवीर बनने की पात्रता प्राप्त हो जाएगी.' सिंह ने इस योजना के माध्यम से 'युवाओं के भविष्य की चिंता करने और उनके प्रति संवेदनशीलता दिखाने' के लिए प्रधानमंत्री का 'हृदय से धन्यवाद' किया.
उन्होंने ट्वीट किया, 'युवाओं के भविष्य के प्रति उनकी चिंता और संवेदनशीलता के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. मैं युवाओं से अपील करता हूं कि सेना में भर्ती की प्रक्रिया कुछ ही दिनों में प्रारम्भ होने जा रही है. वे इसके लिए अपनी तैयारी शुरू करें.'
सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी 'अग्निपथ' योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी.
योजना के तहत चयन के लिए पहले पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच तय की गई थी. भर्ती के बाद सेना में शामिल युवाओं को 'अग्निवीर' नाम दिया जाएगा. तीनों सेना प्रमुखों ने भी इस योजना का पुरजोर समर्थन किया है और कहा है कि दो साल के विचार-विमर्श के बाद इसे लाया गया है.
गिरिराज सिंह ने हिंसा के लिए आरजेडी को कोसा
सेना में भर्ती की नयी 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ बिहार में व्यापक विरोध-प्रदर्शन के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को आगजनी और हिंसा के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि विपक्षी दल को अपने कृत्यों का जवाब देना होगा.
योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में जारी विरोध को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सिंह ने राज्य सरकारों से विरोध-प्रदर्शनों में गैर-छात्रों की पहचान करने का भी आग्रह किया और आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने के लिए छात्रों का ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं.
बेगूसराय के सांसद सिंह ने कहा, 'राजद के उग्र प्रदर्शनों के चलते बिहार के लोगों की मौत हो रही है और सार्वजनिक संपत्ति को भी जलाया जा रहा है. राजद को बिहार को जवाब देना होगा.' सशस्त्र बलों के लिए नयी भर्ती योजना का पुरजोर समर्थन करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चार साल की सेवा के बाद युवा कुशल होंगे और नई नौकरी पाने में सक्षम होंगे.
थल सेना, नौसेना और वायु सेना में चार साल की अवधि के लिए सैनिकों की भर्ती वाली अग्निपथ योजना के खिलाफ बुधवार से कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
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