ED और CBI के घेरे में राणा कपूर की बेटियां भी, शेल कंपनियों को बांटे थे लोन

रविवार देर शाम को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर की बेटी रोशनी कपूर ब्रिटिश एयरवेज से लंदन भागने की फिराक में थीं. उन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर रोका गया था. इसके बाद उनके भारत छोड़ने पर रोक लगा दी गई. ईडी ने राणा कपूर, उनकी पत्नी और तीनों बेटियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 9, 2020, 01:36 PM IST
    • ED को इस बात का शक है कि डीएचएफएल से जुड़े 4,450 करोड़ रुपये के कर्ज की राशि उस 13,000 करोड़ रुपये का हिस्सा है जो डीएचएफएल की ओर से 79 डमी कंपनियों को कथित तौर पर दी गईं.
    • ईडी इस बात की जांच कर रहा है कि राणा और उनकी दो बेटियों की डमी कंपनी ‘अर्बन वेंचर्स’ को घोटालेबाजों से 600 करोड़ की रिश्वत मिली थी या नहीं
ED और CBI के घेरे में राणा कपूर की बेटियां भी, शेल कंपनियों को बांटे थे लोन

नई दिल्लीः  Yes Bank क्राइसिस सामने आने के बाद रिजर्व बैंक ने शिकंजा कस दिया है, इसी के साथ बैंक के फाउंडर राणा कपूर पर शिकंजा भी कसने लगा है. CBI ने बैंक से जुड़े सात ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इसमें तीन ठिकाने कपूरकी बेटियों से जुड़े हैं. CBI राणा कपूर की बेटियों रोशनी कपूर, राधा कपूर और राखी कपूर टंडन के ऑफिसों पर भी छापेमारी कर रही है. 

जानकारी के मुताबिक मुंबई के बांद्रा पूर्व में स्थित RKW डेवलपर्स के ऑफिस पर छापेमारी जारी है. यस बैंक ने इस कंपनी को 750 करोड़ का लोन दिया था. कपूर की बेटियों के ऑफिस एलफिंस्टन रोड और लेवर परेल में हैं. 

बेटियों के देश छोड़ने पर लगी रोक 
रविवार देर शाम को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर की बेटी रोशनी कपूर ब्रिटिश एयरवेज से लंदन भागने की फिराक में थीं. उन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर रोका गया था. इसके बाद उनके भारत छोड़ने पर रोक लगा दी गई. ईडी ने राणा कपूर, उनकी पत्नी और तीनों बेटियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था.

ईडी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कपूर परिवार की कुछ संपत्तियां लंदन में हैं. इसके दस्तावेज हासिल हो गए हैं. उनके इस अधिग्रहण के स्रोत की जांच चल रही है. कपूर परिवार ने दो हजार करोड़ रुपये के निवेश किए हैं. यह निवेश भी एक दर्जन खोखा कंपनियों के जरिये हासिल किए गए.

यस बैंक का फाउंडर राणा कपूर गिरफ्तार, गलत तरीके से दिया था लोन

DHFL को दिया बड़ा बैड लोन
राणा कपूर पर आरोप है कि उन्होंने कई शेल कंपनियों का गठन किया ताकि कथित रूप से रिश्वत में मिली रकम को खपाया जा सके. ईडी के पास इस बात के सबूत हैं कि डीएचएफल को राणा कपूर की मदद से लोन दिया गया, जबकि डीएचएफल इसे चुकाने में नाकाम था. ईडी ने शुरुआती जांच में ये पता लगाया है कि यस बैंक ने डीएचएफएल को करीब 3 हजार करोड़ का बैड लोन दिया था.

राणा कपूर और डीएचएफएल के बीच संबंध का पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है. आरोप है कि कर्ज के बदले में कपूर की पत्नी के खातों में कथित तौर पर रिश्वत की रकम भेजी गई थी. 

ED कर रही है जांच
ईडी इस बात की जांच कर रहा है कि राणा और उनकी दो बेटियों की डमी कंपनी ‘अर्बन वेंचर्स’ को घोटालेबाजों से 600 करोड़ की रिश्वत मिली थी या नहीं. सूत्रों के मुताबिक यस बैंक ने डीएचएफएल को 3,700 करोड़ का लोन दिया था. जब डीएचएफएल कर्ज की राशि लौटाने में विफल रही, तब कंपनी की ओर से ड्यूट अर्बन वेंचर्स प्रा.लि. को 600 करोड़ रुपये दिए गए. बैंक ने इस कर्ज को एनपीए में डाल दिया. अर्बन वेंचर्स में राणा कपूर की बेटियां राधा और रोशनी डायरेक्टर हैं.

दर्जनों मुखौटा कंपनियां जांच के घेरे में
ED को इस बात का शक है कि डीएचएफएल से जुड़े 4,450 करोड़ रुपये के कर्ज की राशि उस 13,000 करोड़ रुपये का हिस्सा है जो डीएचएफएल की ओर से 79 डमी कंपनियों को कथित तौर पर दी गईं. इन्हीं कंपनियों में अर्बन वेंचर्स भी शामिल है. सूत्रों का कहना है कि राणा कपूर की पत्नी बिंदू कपूर और तीनों बेटियों- राखी, रोशनी और राधा के संबंध ऐसी कुछ कंपनियों से हैं, जिन्हें गलत तरीके से पैसे ट्रांसफर किए गए. नवंबर 2019 में राणा कपूर ने यस बैंक में अपने पूरे शेयर बेच दिए, जबकि वे बार-बार इससे मना करते आ रहे थे. 

 

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