लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लखनऊ के बाद अब मेरठ, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में भारी बवाल हो गया है. मेरठ चार, बिजनौर में दो और मुजफ्फरनगर में एक, कुल सात लोगों की मौत हो गई. मेरठ में प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया और कानून की परवाह किये बगैर कई जगह तोड़- फोड़ की.
कई लोग हिरासत में लिए गए
पुलिस के द्वारा सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिंसा में मारे गए सात लोगों के अंतिम संस्कार को लेकर भारी पुलिस बल तैनात था. आसपास के जिलों से भी फोर्स मंगाया गया है ताकि किसी तरह के दंगे जैसी स्थिति दोबारा न हो.
लखनऊ में 218 लोग गिरफ्तार
आपको बता दें कि तोड़फोड़ को लेकर लखनऊ में अब तक 218 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. वहीं संभल में दो प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद पुलिस ने 35 के खिलाफ मुकदमा और सैकड़ों अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
मेरठ में भीषण हिंसा
मेरठ में दंगों और बवाल का अपना इतिहास है. यहां के मिजाज को भांपते हुए जिस अधिकारी ने काम किया, वह बवालियों पर ही नहीं बल्कि बवाल होने से पहले उस पर काबू पाने में भी कामयाब रहे. शुक्रवार को हुआ बवाल पूरी तरह पूर्व नियोजित था. इसका इनपुट भी पुलिस प्रशासन को मिल चुका था. जिले में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. जिले में पुलिस के अधिकारी प्रदर्शनकारियों को रोकने में कामयाब नहीं हो पाए. दंगाइयों की ओर से भी गोली बारी की गयी जिसमें एक जवान घायल भी हो गया.
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