Indian Railway अब करेगी ज़मीन से कमाई

भारतीय रेल के पास देश में बहुत ज्यादा जमीनें हैं. रेलवे लाइन से लगी ये जमीनें या तो खाली पड़ी हैं या अतिक्रमण का शिकार हैं. अब रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) ने जमीनों को लीज पर देने का फैसला किया  है. इसकी शुरुआत दिल्ली से हुई है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 11, 2020, 04:30 PM IST
  • दिल्ली में बुलेवार्ड रोड रेलवे कॉलोनी में 21800 स्क्वायर मीटर जमीन लीज पर देने के लिए बोली मंगाई
  • इसकी रिजर्व प्राइस 393 करोड़ रुपये रखी गई है.
Indian Railway अब करेगी ज़मीन से कमाई

नई दिल्ली: रेलवे के बदलाव के दौर में भारतीय रेलवे ने एक और बड़ा फैसला लिया है. दरअसल,  भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने खाली पड़ी जमीनों को प्राइवेट कंपनियों को लीज पर देने का निर्णय किया है. रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) ने दिल्ली में रेलवे की 2.18 हेक्टेयर जमीन के फिर से विकास के लिए बोली बुलाई है. इसके लिए ऑनलाइन बोली लगाने की आखिरी तारीख 27 जनवरी 2021 है.

दिल्ली मास्टर प्लान-2021 के तहत होगा विकास
भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने दिल्ली में बुलेवार्ड रोड रेलवे कॉलोनी में 21800 स्क्वायर मीटर जमीन को 99 साल के लिए लीज पर देने के लिए बोली मंगाई है. फिलहाल इसकी रिजर्व प्राइस 393 करोड़ रुपये रखी गई है.

इस साइट का दिल्ली मास्टर प्लान-2021 के अनुसार पुनर्विकास किया जाएगा.

गुरुग्राम-नोएडा से है कनेक्टेड
यह रेलवे कॉलोनी दिल्ली में लाला हरदेव सहाय मार्ग / जीटी करनाल रोड पर तीस हजारी मेट्रो स्टेशन, आईएसबीटी कश्मीरी गेट और रानी झांसी फ्लाईओवर के पास स्थित है. यह जगह पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से 2.5 किलोमीटर और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 7 किमी दूर है. रिंग रोड के पास होने कारण साइट गुरुग्राम और नोएडा से अच्छी तरह कनेक्टेड है.

रेल मंत्रालय की संस्था है RLDA
रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) रेल मंत्रालय के तहत आने वाली एक वैधानिक निकाय है, जो वर्तमान में 84 रेलवे कॉलोनी पुनर्विकास परियोजनाओं को संभाल रहा है और हाल ही में पुनर्विकास के लिए गुवाहाटी में एक रेलवे कॉलोनी को लीज पर दिया है.
भारतीय रेलवे के पास पूरे भारत में लगभग 43,000 हेक्टेयर खाली भूमि है, जिसमें से आरएलडीए के पास डेवलपर्स को लीज पर देने के लिए 92 वाणिज्यिक (ग्रीनफील्ड) साइटें हैं.

RLDA चरणबद्ध तरीके से 62 स्टेशनों के पुनर्विकास पर भी काम कर रहा है, जबकि इसकी सहायक कंपनी, IRSDC ने लगभग 61 स्टेशनों को अपना लिया है. पहले चरण में, आरएलडीए ने पुनर्विकास के लिए नई दिल्ली, गोमती नगर, तिरुपति, देहरादून, नेल्लोर और पुदुचेरी जैसे प्रमुख स्टेशनों को प्राथमिकता दी है.

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