नई दिल्लीः अमरोहा (Amroha) में बावनखेड़ी हत्याकांड (Bawankhedi Murder Case) की दोषी शबनम (Shabnam) की फांसी एक बार फिर से टल गई है. दरअसल शबनम के अधिवक्ता की ओर से राज्यपाल को दया याचिका दाखिल कर दी गई. फिर से दया याचिका दाखिल होने के कारण फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं हो सकी है. इससे पहले अमरोहा में जनपद न्यायालय ने अभियोजन से कातिल शबनम का ब्यौरा मांगा था


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राज्यपाल से दया की मांग


जानकारी के मुताबिक, शबनम (Shabnam) की फांसी के सिलसिले में मंगलवार को जिला जज की अदालत में सुनवाई हुई. पहले ही माना जा रहा था कि जिला जज की अदालत में शबनम की रिपोर्ट सौंपी जाएगी और अगर इस रिपोर्ट में कोई याचिका लंबित नहीं पाई गई तो शबनम की फांसी की तारीख तय की जा सकती है. लेकिन शबनम के वकील ने कुछ दिन पहले ही फिर से दया याचिका के लिए राज्यपाल से गुहार लगाते हुए जिला जेल रामपुर प्रशासन को प्रार्थनापत्र सौंपा था. मंगलवार को सुनवाई में इसी का जिक्र आया, जिसके कारण फांसी की तारीख तय नहीं हो सकी.


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राज्यपाल ने आगे बढ़ाई याचिका


शबनम (Shabnam) ने माफी के लिए एक बार फिर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से दया गुहार लगाई है. वकील महावीर सिंह ने बताया कि रामपुर जेल प्रशासन ने जानकारी दी है कि शबनम की ओर से दूसरी बार दया याचिका राज्यपाल को भेजी गई है. वहीं, अब राज्यपाल द्वारा यह राष्ट्रपति को भेजी जाएगी. इसके बाद ही अंतिम फैसला होगा. ऐसे में अब शबनम की फांसी इस कार्रवाई तक आगे बढ़ सकती है.


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शबनम ने की थी सीबीआई से जांच की मांग


बीते रविवार को जेल में शबनम (Shabnam) से मिलने उसका बेटा अपने केयर टेकर के साथ पहुंचा था. दोनों के बीच लगभग एक घंटे मुलाकात चली. केयर टेकर ने कहा था कि एक बार शबनम को मीडिया से बात करने की अनुमति दी जाए. उनका कहना है कि शबनम ने इस मामले में सीबीआई की जांच की मांग की है. शबनम पहले भी कोर्ट में इसकी जांच की मांग करती रही है, लेकिन उसकी मांग पूरी नहीं की गई है.


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