नई दिल्ली: किसान आंदोलन के समर्थन में खुलकर लिखने और बोलने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अब देश की सर्वोच्च अदालत का दरवाजा खटखटाया है. इनके साथ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी उच्चतम न्यायालय का रुख किया है. इनसे पहले पत्रकार मृणाल पांडे, जफर आगा, परेश नाथ और अनंत नाथ ने भी FIR के खिलाफ मंगलवार शाम को सुप्रीम कोर्ट (Surpeme Court) का रुख किया था.
दिल्ली हिंसा पर किये थे भ्रामक ट्वीट
Journalists Rajdeep Sardesai & Mrinal Pande & Congress MP Shashi Tharoor have approached Supreme Court challenging registration of multiple FIRs against them for allegedly sharing unconfirmed news on the death of one of the protesters during the tractor rally on Republic Day.
— ANI (@ANI) February 3, 2021
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर कई भ्रामक ट्वीट करने के आरोप में कांग्रेस नेता शशि थरूर और पत्रकार राजदीप सरदेसाई पर प्राथमिकी दर्ज की गई थीं. इनके अलावा पत्रकार मृणाल पांडे, जफर आगा, परेशनाथ, अनन्तनाथ पर भी मामले दर्ज किये गये थे.
राज्यसभा में भी गूंजा मामला
गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने सांसद शशि थरूर और छह पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने का मुद्दा बुधवार को राज्यसभा में उठाया और उनके खिलाफ देशद्रोह के मामले वापस लेने की मांग की. शून्यकाल के दौरान उच्च सदन में यह मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने यह आरोप भी लगाया कि स्वतंत्र पत्रकारिता और बोलने की आजादी को दबाने के लिए सरकार द्वारा देशद्रोह के मामले दर्ज किए गए हैं.
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इस मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई घटना के लिए जो भी जिम्मेदार है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन साथ ही मैं यह कहना चाहूंगा कि निर्दोष किसान नेताओं को इसमे जबरन फंसाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए. आजाद ने सरकार को घरेते हुए कहा कि वो आंदोलन दबाने के लिये इस मामले को हवा दे रही है.
दंगा भड़काने की साजिश
आपको बता दें कि अभिजीत मिश्रा नाम के एक शख्स की शिकायत पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने नोएडा के सेक्टर 20 थाने में शशि थरूर समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. एफआईआर में कहा गया कि इन नामजद लोगों ने 26 जनवरी को गलत पोस्ट किए और दंगा भड़काने की साजिश की.
पुलिस को दी शिकायत में मिश्रा ने कहा कि वह परिवार के साथ सेक्टर 74 सुपरटेक केपटाउन में रहते हैं. उनका आरोप है कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे कांग्रेस सांसद शशि थरूर, पत्रकार राजदीप सरदेसाई, पत्रकार मृणाल पांडेय, पत्रकार जफर आगा, परेशनाथ, अनन्तनाथ, विनोद के जोश और एक अज्ञात हैं.
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