नई दिल्ली: देश को चीन और पाकिस्तान से सरहद पर मुकाबला करना पड़ रहा है. एक तरफ LAC पर चीन के साथ तनाव भरे रिश्ते हैं तो वहीं दूसरी तरफ सेना को आए दिन पाकिस्तानी साजिशों का भी जवाब देना पड़ता है. ऐसे में भारतीय सेना की तरह मोदी सरकार भी चौकन्नी और सतर्क है. आपको बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से अहम डील को मंजूरी दी है.
83 तेजस हल्के लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 83 तेजस हल्के लड़ाकू विमान खरीदने के लिए हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ बुधवार को 48,000 करोड़ रुपए का सौदा किया. रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक (अधिग्रहण) वी एल कांत राव ने HAL के प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्ष आर माधवन को यह अनुबंध एयरोइंडिया-2021 के शुभारंभ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदी में सौंपा गया. यह देश का अहम रक्षा और एयरोस्पेस शो है जिससे देश की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी.
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पिछले महीने मंत्रिमंडल से मिली थी हरी झंडी
आपको बता दें कि सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने भारतीय वायुसेना की लड़ाकू क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पिछले माह एचएएल से 73 तेजस एमके-1ए तथा 10 एलसीए तेजस एमके-1प्रशिक्षु विमान खरीद की मंजूरी दी थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस समिति के अध्यक्ष हैं. कई दिनों से रक्षा विशेषज्ञ इस डील के महत्व पर चर्चा कर रहे थे.
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पूर्ण स्वदेशी है तेजस विमान
आपको बता दें कि तेजस LCA पूरी तरह स्वदेशी विमान है और इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था. तेजस राफेल की तरह सिंगल सीटर विमान है और तेजस हवा से हवा और हवा से जमीन पर मिसाइल दागने में सक्षम है. वहीं इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं. साथ ही यह एक सुपरसोनिक फाइटर जेट है, जो 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. तेजस को 42 फीसदी कार्बन फाइबर, 43 फीसदी एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है.
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