अखिलेश का ऐलान, 2022 में सपा अकेले लड़ेगी चुनाव

  यूपी में चुनाव की कोई सुगबुगाहट अभी नहीं हुई है लेकिन उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम ने ऐलान किया है कि वह 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में कोई समझौता या गठबंधन नहीं करेगी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 22, 2019, 09:26 AM IST
    • प्रयागराज पहुंचे थे पूर्व सीएम
    • इलाहाबाद बैंक बंद होने की बात उठाई
    • चाचा शिवपाल से गठबंधन के सवाल को टाला
अखिलेश का ऐलान, 2022 में सपा अकेले लड़ेगी चुनाव

लखनऊः  हालांकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अभी 2 साल की दूरी पर हैं, लेकिन सत्ता से दूर रहे नेताओं ने धीरे-धीरे अपनी जमीन बनानी शुरू कर दी है. राम मंदिर मुद्दा और 370 जैसे मामले भाजपा के लिए बढ़त खाते की तरह साबित होंगे. ऐसे में अखिलेश यादव का यह ऐलान इसी की चुगली कर रहा है कि वह 2022 के लिए अभी से तैयारी में जुटेंगे.

प्रयागराज पहुंचे थे पूर्व सीएम

यूपी के पूर्व सीएम गुरुवार को समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक विजमा यादव की बेटी के शादी समारोह में शामिल होने प्रयागराज पहुंचे थे. अखिलेश यादव ने यहां बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकार पर हमले किए. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने निजी लाभ के लिए शिक्षा और मेडिकल जैसे क्षेत्र की संस्थाओं को बर्बाद कर रही है. आज देश में आर्थिक संकट है. नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा है. किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है. आर्थिक संकट के कारण बैंक डूब रहे हैं.

इलाहाबाद बैंक बंद होने की बात उठाई

पूर्व सीएम ने कहा, ऐसी आर्थिक मंदी आई है कि नौकरी, व्यापार और रोजगार है ही नहीं. प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने का दावा किया गया था लेकिन सड़कें आज गड्ढा मुक्त हुईं क्या? अखिलेश ने केंद्र सरकार की ओर से एनआरसी लाने के सवाल पर कहा, एनआरसी लाने वाले बताएं कि नौजवानों को नौकरी कब मिलेगी और किसानों का धान कब खरीदा जाएगा. देश जिस आर्थिक संकट में है उस पर सरकार जवाब कब देगी. भाजपा के लोगों ने इलाहाबाद बैंक को ही खत्म कर दिया, जिससे देश में प्रदेश की एक पहचान थी.

चाचा शिवपाल से गठबंधन के सवाल को टाला

2022 में गठबंधन के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि बगैर किसी गठबंधन के वह प्रदेश में सरकार बनाएंगे. उसकी तैयारियों में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जुटे हुए हैं. उन्होंने जेएनयू में फीस वृद्धि पर कहा कि गरीबों और बेटियों की पढ़ाई मुफ्त में होनी चाहिए. सरकार की यह जिम्मेदारी है. सीएम योगी और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य को लेकर इशारों में कहा कि जिन मुख्यमंत्रीजी ने उपमुख्यमंत्रीजी की कुर्सी छीन ली थी, आज उन्हीं का काम रोका जा रहा है. शिवपाल यादव से गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल को वह टाल गए.

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