मुंबई: उद्धव ठाकरे की तीन दलों वाली सरकार ने असहिष्णुता की सारी हदें पार कर दी हैं. अभिनेत्री कंगना रनौत पर बदले की कार्रवाई करते हुए उद्धव सरकार ने उनके ऑफिस को तोड़ दिया है.
BMC की इस कार्रवाई का पूरा देश विरोध कर रहा है. शिवसेना नेता संजय राउत और अभिनेत्री कंगना रनौत के बीच छिड़ी जुबानी जंग में पूरी सरकार कंगना के विरोध में उतर आई है.
शरद पवार ने ही उठाये सवाल
महाराष्ट्र की सरकार में अहम सहयोगी NCP के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बीएमसी ने ऐसा करके अनावश्यक रूप से कंगना को बोलने का अवसर दे दिया है. मुंबई शहर में तो बहुत से अवैध निर्माण हैं ऐसे में बीएमसी ने कंगना के ऑफिस में ही क्यों तोड़फोड़ की. NCP प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को उनका नाम लिए बिना कहा कि लोग उनकी टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
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उद्धव सरकार ने की बदले की कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि BMC ने कंगना के ऑफिस के एक हिस्से को अवैध बताते हुए तोड़फोड़ की. कार्रवाई करने से कुछ देर पहले ही बीएमसी ने ऑफिस पर एक नोटिस चिपकाया और अवैध निर्माण तोड़ने की बात कही और थोड़ी ही देर में बीएमसी के अधिकारी हथौड़ा लेकर वहां पहुंच गए. अभिनेत्री ने बीएमसी की कार्रवाई को बॉम्बे हाइकोर्ट में चुनौती दी थी.
महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ- देवेंद्र फडणवीस
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ. बॉम्बे हाईकोर्ट से बुधवार को कंगना रनौत को बड़ी राहत देते हुए उनके ऑफिस के अवैध निर्माण ध्वस्त करने पर रोक लगाई. कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी. अभिनेत्री ने बीएमसी की कार्रवाई को बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दी थी.