लखनऊ: मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को उत्तर प्रदेश लाने के लिए यूपी पुलिस की टीम पंजाब के रोपड़ जेल के लिए रवाना हो गई है. पीएसी के जवानों समेत लगभग 100 पुलिसकर्मी वज्रवाहन, एंबुलेंस के साथ दर्जनों गाड़ियां निकली हैं. मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी पुलिस ने दो रूट प्लान बनाये हैं.
मुख्तार को यूपी लाने का रूट प्लान
प्लान A- मुख्तार अंसारी को लेकर बांदा पुलिस रूपनगर जेल से बेला रोड से सीधे जोल्हूपुर मोड़ जाएगी. वहां से एन एच 44, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस और ताज एक्सप्रेसवे (आगरा) से हमीरपुर की तरफ के बाईपास से एन एच 34 पर लाया जाएगा. इसके बाद पुलिस का काफिला सुमेरपुर मार्ग से चिल्ला रोड से बांदा पहुंचेगा. जिसमे 14 घंटे की दूरी लग सकती है और ये करीब 880 किलोमीटर की दूरी है.
प्लान B- इसके तहत मुख्तार अंसारी को लेकर बांदा पुलिस बेला रोड से NH 205a की तरफ से अगर आए तो कुराली बाईपास की तरफ से मुड़ सकती है. वहां से NH-44, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सपेर्स वे और ताज एक्सप्रेसवे से हमीरपुर की तरफ न जाकर महोबा में एमडीआर 31 बी, झांसी मीरजापुर हाईवे और राठ रोड से NH-35 पर सीधे बांदा जा सकते हैं. इसमे करीब 17 घंटे लगेंगे और ये दूरी करीब 990 किलो मीटर की है.
इसके साथ ही इस रूट के तमाम जिलों के कप्तानों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. एक बैक अप टीम भी साथ में रहेगी.
जेल का कई बार निरीक्षण किया गया
एडीजी प्रयागराज की देखरेख में मुख्तार अंसारी को पंजाब से लाया जाएगा. यूपी पुलिस की टीम 7 अप्रैल तक पंजाब से वापस बांदा जेल पहुंच सकती है. मुख्तार अंसारी के आने से पहले जेल अधिकारियों और बांदा प्रशासन ने बांदा जेल का कई बार निरीक्षण किया. सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, बांदा जेल के बाहर जिला पुलिस के अतिरिक्त सुरक्षा की टीम भी तैनात की जाएगी. साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.
बांदा जेल में मुख्तार के लिए स्पेशल बैरक
सूत्रों का कहना है कि मुख्तार अंसारी को बांदा जेल की स्पेशल बैरक में रखा जाएगा. मुख्तार की सुरक्षा के लिये जेल में एक स्पेशल सेल बनाई गई है. बांदा जेल के हर खास प्वाइंट पर नए CCTV लगाए गए हैं. जेल में पहले से कैद कैदियों का रिकॉर्ड अपडेट किया जा रहा है. मुख्तार के कारण जेल के बाहर अलग सुरक्षा घेरा बनाया गया है.
मुख्तार अंसारी 2 साल से ज्यादा वक्त के बाद यूपी की जेल लौटेगा, कोशिश तो उसके पूरी की कि पंजाब का गोल्डन पीरियड खत्म न हो. बचाने वालों ने भी सारे कानूनी दांव-पेंच खेले, लेकिन सब बेकार हो गये.
मुमकिन है बांदा से पंजाब जा रही यूपी पुलिस की स्पेशल टीम को मुख्तार अंसारी का हैंडओवर जल्द ही मिल जाए. कागजी कार्रवाइयों में वक्त लगा तो मंगलवार तक यूपी पुलिस उसे अपने गिरफ्तर में ले लेगी. लेकिन 8 अप्रैल के पहले मुख्तार बांदा की जेल में लॉक होगा. पंजाब के गृह सचिव ने यूपी सरकार के गृह सचिव को चिट्ठी में लिखा-
पंजाब सरकार की चिट्ठी
'मुख्तार अंसारी को 8 अप्रैल तक जेल से हिरासत में ले लें. मुख्तार को रूपनगर जेल से यूपी पुलिस को सौंपा जाएगा. मुख्तार को कई बीमारियां हैं, इसका ख़ास ध्यान रखा जाए. मुख्तार की शिफ्टिंग मेडिकल रिपोर्ट्स ध्यान रखकर हों. मुख्तार को यूपी ले जाने में सुरक्षा के विधिवत बंदोबस्त हों. मुख्तार की 12 अप्रैल की पंजाब में पेशी वर्चुअल की जाएगी.'
2019 में पंजाब पुलिस मुख्तार अंसारी को रंगदारी के एक मामले में अपने साथ पंजाब ले गई थी. तब से दो साल से अधिक हो गये. इन दो साल में मुख्तार अंसारी को कई बार यूपी वापस लाने की कोशिशें हुईं. मुख्तार अंसारी बार-बार खराब सेहत का हवाला देकर यूपी आने से बचता रहा. यूपी पुलिस कई बार मुख्तार को लेने पंजाब के रोपड़ जेल पहुंची लेकिन हर बार उसे खाली हाथ लौटना पड़ता था.
मुख्तार अंसारी का यूपी वापसी का काउंटडाउन पिछले महीने शुरू हुआ, जब योगी आदित्यनाथ सराकर ने सुप्रीम कोर्ट को दरवाजा खटखटाया. पंजाब सरकार ने भी पूरा जोर लगाया कि मुख्तार अंसारी उसी की मेहमाननवाजी में रहे, लेकिन सारे दांव फेल हुए. पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने आदेश सुनाया कि मुख्तार अंसारी को यूपी वापस जाना ही होगा.
सारे रास्ते बंद होने के बाद मुख्तार ने यूपी वापसी से बचने के लिये एक दांव और खेला, लेकिन शुक्रवार को मोहाली कोर्ट ने पूर्वांचल के बाहुबली का ये दांव भी बेकार कर दिया. मुख्तार अंसारी ने मोहाली कोर्ट से मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग की थी. लेकिन मोहाली की अदालत ने उसकी याचिका खारिज कर दी.
अपने आदेश में मोहाली की अदालत ने कहा कि वो 12 अप्रैल को मुख्तार के केस को यूपी की जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही सुनेगी. यूपी नहीं लौटने के लिए मुख्तार अंसारी की कोई तिकड़बाजी काम नहीं आई और अब उसे वापस उत्तर प्रदेश लौटना ही होगा.
बांदा की जेल में या इसके बाद और कहीं भी यूपी की जेल में मुख्तार अंसारी को महफूज रखना यूपी पुलिस की लिये कोई छोटा चैलेंज नहीं होगा. इसकी वजह पूर्वांचल का गैंगवॉर कल्चर है. साल-दर-साल चलने वाली रंजिशें भी मुख्तार की मुसीबत बढ़ा सकती है.
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्तार के गिरोह के सदस्य अपनी जमानत रद्द करके वापस जेल जाने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि जेल में मुख्तार अंसारी को सुरक्षा दे सकें. मुख्तार के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, दंगों के 47 केस चल रहे हैं. जिसमें से कई अब न्याय की दहलीज पर हैं. योगी ने बुलडोजर मॉडल से मुख्तार जैसे अपराधियों का डर कुचल डाला है. जो मुख्तार कभी अपनी खुली जीप में घूमते हुए मऊ की सड़कों पर दंगे को भड़काता था...वही मुख्तार पिछले दिनों व्हीलचेयर पर दिखा.
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