नई दिल्लीः Sudha Murty Profile: समाजसेवी और लेखिका सुधा मूर्ति को शुक्रवार को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विविध क्षेत्रों में उनके योगदान की सराहना की. मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उच्च सदन में उनकी मनोनयन 'नारी शक्ति' का एक सशक्त प्रमाण है, जो राष्ट्र की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण भी है.
उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान असीम और प्रेरणादायक रहा है.'
I am delighted that the President of India has nominated @SmtSudhaMurty Ji to the Rajya Sabha. Sudha Ji's contributions to diverse fields including social work, philanthropy and education have been immense and inspiring. Her presence in the Rajya Sabha is a powerful testament to… pic.twitter.com/lL2b0nVZ8F
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2024
कौन हैं सुधा मूर्ति?
इंफोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायणमूर्ति की पत्नी 'मूर्ति ट्रस्ट' की अध्यक्ष भी हैं और उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. मूर्ति 73 वर्ष की हैं और संसद के उच्च सदन के लिए उनका मनोनयन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हुआ है. उन्हें वर्ष 2006 में पद्मश्री और 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.
सुधा मूर्ति समाजसेवा में व्यस्त रहती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी नेटवर्थ लगभग 775 करोड़ रुपये है. वहीं उनकी सालाना कमाई 300 करोड़ रुपये बताई जाती है. वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षरा मूर्ति की मां भी हैं. उन्हें काफी ताकतवर महिला माना जाता है. हालांकि इसके बाद भी वह काफी सादगी से रहती हैं.
नारायण मूर्ति को दिया था उधार
सुधा मूर्ति को लेकर एक किस्सा यह भी मशहूर है कि उन्होंने 1981 में इंफोसिस की शुरुआत के दौरान अपने पति एन नारायणमूर्ति को 10 हजार रुपये उधार दिए थे. हालांकि बाद में नारायण मूर्ति ने यह रकम उनको वापस दी थी. इस किस्से को खुद सुधा मूर्ति ने एक टीवी शो में साझा किया था.
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