कितना सटीक है THAAD सिस्टम? जिसका पहली बार इजरायल में हुआ इस्तेमाल, हूती विद्रोहियों की मिसाइल को मार गिराया

इजरायल ने यमन की ओर से दागी गई मिसाइल को रोकने के लिए अमेरिका के टर्मिनल हाई अल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) मिसाइल डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया था. ये बैलिस्टिक मिसाइल ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की ओर से दागी गई थी. टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, खास बात यह है कि अक्टूबर में इजरायल में तैनात किए गए इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम से पहली बार तेल अवीव ने किसी मिसाइल को रोका.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 29, 2024, 01:14 PM IST
  • सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
  • जानिए क्या हैं THAAD की खासियतें
कितना सटीक है THAAD सिस्टम? जिसका पहली बार इजरायल में हुआ इस्तेमाल, हूती विद्रोहियों की मिसाइल को मार गिराया

नई दिल्लीः इजरायल ने यमन की ओर से दागी गई मिसाइल को रोकने के लिए अमेरिका के टर्मिनल हाई अल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) मिसाइल डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया था. ये बैलिस्टिक मिसाइल ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की ओर से दागी गई थी. टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, खास बात यह है कि अक्टूबर में इजरायल में तैनात किए गए इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम से पहली बार तेल अवीव ने किसी मिसाइल को रोका.

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

वहीं इससे जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इनमें से एक में अमेरिकी सैनिक THAAD मिसाइल डिफेंस सिस्टम के इस्तेमाल को लेकर कह रहा है कि वह इसके लिए 18 साल से इंतजार कर रहा था. हालांकि इजरायली सेना ने THAAD के इस्तेमाल किए जाने की पुष्टि की है लेकिन यह नहीं बताया कि इसका इस्तेमाल अमेरिका की ओर से किया गया या इजरायल की ओर से.

 

जानिए क्या हैं THAAD की खासियतें

इजरायल में THAAD को 1 अक्टूबर को ईरान की ओर से बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद तैनात किया गया था. ये एडवांस सिस्टम है जो पृथ्वी के वायुमंडल के अंदर और बाहर दोनों जगहों से मिसाइल हमलों को रोकने में सक्षम है. अमेरिकी निर्मित THAAD मिसाइल डिफेंस सिस्टम शॉर्ट, मीडियम और इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोक सकता है. ये पारंपरिक डिफेंस सिस्टम से अलग है. ये खतरों को बेअसर करने के लिए गतिज ऊर्जा पर निर्भर रहता है और विस्फोटक हथियार के बजाय आने वाली मिसाइलों को प्रभाव से नष्ट करता है.

एक मानक THAAD बैटरी में छह ट्रक-माउंटेड लॉन्चर शामिल होते हैं, जिनमें से प्रत्येक एक रडार और एक अग्नि नियंत्रण प्रणाली के साथ आठ इंटरसेप्टर रखने में सक्षम होता है. सिस्टम का रडार 870 से 3,000 किमी की दूरी तक के खतरों का पता लगा सकता है. THAAD खतरनाक मिसाइलों को नष्ट करने के लिए 'हिट-टू-किल' तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इंटरसेप्टर मिसाइलों का उपयोग करता है.

लॉकहीड मार्टिन की रिपोर्ट के मुताबिक, THAAD के सभी मिशन सफल हुए हैं. इनसे 16 में से 16 मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोका है. 

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