नई दिल्ली: BJP Balmukund Acharya: राजस्थान में भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक बालमुकुंद आचार्य देशभर में वायरल हो रहे हैं. चुनाव जीतने के एक दिन बाद ही बालमुकुंद गदा लेकर जयपुर की सड़कों पर निकल पड़े और मीट की दुकानें बंद कराने के लिए अधिकारियों से फोन पर बात करने लगे. सोशल मीडिया पर कई लोगों को बालमुकुंद आचार्य का ऐसा व्यवहार पसंद नहीं आया. अब बालमुकुंद ने सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि मंदिर के आसपास मीट की दुकानें नहीं होनी चाहिए. मेरा रवैया किसी को अच्छा नहीं लगा तो, मैं माफी मांगता हूं.
बालमुकुंद ने बताई वजह
बालमुकुंद आचार्य ने तर्क दिया कि मंदिर के आसपास नॉनवेज की दुकान नहीं होनी चाहिए. चुनाव प्रचार के दौरान माताओं-बहनों ने मुझे ये परेशानी बताई थी. नॉनवेज शॉप के आसपास गंदी रहती है, इससे शहर ही छवि खराब होती है. आसपास कुत्ते भी भटकते हैं, जो लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसीलिए मैंने उन दुकानों को बंद करने के लिए कहा जिनके पास लाइसेंस नहीं है.
'मुस्लिम समाज मेरे साथ'
बालमुकुंद ने भी कहा कि हमारे धाम पर हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम भी आते हैं. नॉनवेज की दुकानें मुस्लिम ही नहीं, बल्कि हिंदू भी चलाते हैं. इस घटना के बाद भी मुस्लिम समाज के लोग मेरे साथ थे. बालमुकुंद ने आगे कहा कि मुझे सर्व समाज ने वोट दिया है, तभी मैनें जीत दर्ज की है.
हवामहल सीट से जीते बालमुकुंद
महंत बालमुकुंद आचार्य हाथोज धाम के महंत हैं, जो जयपुर में है. दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर इसी धाम में है. बालमुकुंद 30 साल से इसी मंदिर में सेवा दे रहे हैं. बालमुकुंद जयपुर के हवामहल सीट से विधायक है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी आर आर तिवाड़ी को करीबी मुकाबले में 974 वोटों से हराया है.
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