संतों से इतनी नफरत क्यों करते हैं मजहबी कट्टरपंथी

भारत संतों और संन्यासियों की भूमि है. इस धरती पर ऐसे हजारों संन्यासी अवतरित हुए जिन्होंने पूरे विश्व को नई दिशा दी लेकिन पिछले कुछ समय से संतों के खिलाफ मज़हबी कट्टरपंथी हिंसा कर रहे हैं.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 5, 2020, 11:14 AM IST
    • योगी को धमकी देने वाला भी पुलिसकर्मी
    • मुख्यमंत्री को मार डालने की धमकी देने की घटना सामान्य नहीं
संतों से इतनी नफरत क्यों करते हैं मजहबी कट्टरपंथी

नई दिल्ली: पहले पालघर फिर यूपी और अब खुद संत मुख्यमंत्री. आखिर मजहबी कट्टरपंथियों में इतनी उग्रता और हिंसक मानसिकता साधुओं और संन्यासियों के खिलाफ क्यों और कैसे आ गयी. देश जानता है कि जब जब कोई सामाजिक या सांस्कृतिक आघात इस भारत पर किया गया है तब तब संतों ने अपना सर्वस्व न्योछावर करके इसकी सुरक्षा की है.

जब से भारत में तबलीगी जमात के काले कारनामों के खिलाफ देश में वातावरण तैयार हुआ है और इन मजहबी कट्टरपंथियों पर सरकार ने कड़े निर्णय लिए हैं तब से संतों की हत्या के मामले सामने आ रहे हैं. इसका क्या कनेक्शन है. हाल ही में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी एक तनवीर खान नामक शख्स ने दी है, हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. अब विचार करने योग्य तथ्य ये है कि जब ये लोग संन्यासी मुख्यमंत्री को मारने की साजिश कर सकते हैं तो सामान्य साधुओं के खिलाफ इनकी सोच कैसी होगी.

योगी को धमकी देने वाला भी पुलिसकर्मी

आपको बता दें कि उत्तरप्रदेश पुलिस ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोली मारकर हत्या करने की धमकी देने वाले पुलिसकर्मी तनवीर खान को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र से हुई है.

आरोपी पुलिसकर्मी तनवीर खान को यूपी पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. राजगीर के फॉरेस्ट हाउस के पास तैनात बिहार पुलिस के जवान तनवीर खान ने पिछले महीने 24 अप्रैल को फेसबुक के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोली मारकर हत्या कर देने की धमकी दी थी.

पुलिस के भी होश उड़े

गौरतलब है कि खुद एक पुलिसकर्मी द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री को मार डालने की धमकी देने की घटना सामान्य नहीं हो सकती है क्योंकि पुलिस पर ही सभी की सुरक्षा का दायित्व होता है. इस हिंसक सोच के पीछे कहीं कट्टरपंथी मानसिकता तो नहीं है. यही सवाल पुलिस को चिंतित कर रहा है. नालंदा में पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी के बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि बिहार पुलिस की वर्दी पर ऐसा दाग विभाग का ही एक जवान लगा देगा.

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यूपी पुलिस के मामले का खुलासा करने के बाद इस घटना को बिहार पुलिस की वर्दी पर 'कलंक' बताया जा रहा है. हालांकि किसी एक अपराधी के कारण पूरे विभाग के बारे में गलत धारणा बना लेना भी ठीक नहीं है लेकिन इतना तो तय है कि संतों के खिलाफ हिंसक मानसिकता के मूल में क्या है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार पुलिसकर्मी तनवीर खान उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला स्थित दिलदार नगर थाना क्षेत्र के रकसदा गांव का रहने वाला है. वह फिलहाल बिहार पुलिस में तैनात है.

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