'मासूम नहीं कांग्रेस की एजेन्ट हैं शाहीनबाग की प्रदर्शनकारी 'बुर्कानशीं' महिलाएं'

शाहीनबाग में कथित रुप से CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाएं मासूम नहीं है. वह कांग्रेस के राजनीतिक एजेन्डे को आगे बढ़ा रही हैं. जो CAA के बहाने भाजपा सरकार को घेरना चाहती है. ये सनसनीखेज आरोप लगाया है वरिष्ठ मुस्लिम नेता वसीम रिजवी ने-   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 22, 2020, 03:06 PM IST
    • बेहद शातिर हैं शाहीनबाग की प्रदर्शनकारी महिलाएं
    • मुस्लिम नेता ने शाहीनबाग की प्रदर्शनकारियों का राज खोला
    • कांग्रेस का राजनीतिक एजेन्डा बढ़ा रही हैं बुर्कानशी महिलाएं
'मासूम नहीं कांग्रेस की एजेन्ट हैं शाहीनबाग की प्रदर्शनकारी 'बुर्कानशीं' महिलाएं'

नई दिल्ली: शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने ये स्वीकार किया है कि कांग्रेस शाहीनबाग के प्रदर्शन को हवा दे रही है. वहां सड़कों पर उतरी महिलाएं भोली भाली नहीं हैं. बल्कि कांग्रेस की राजनीति का मोहरा हैं. 

ये है वसीम रिजवी का बयान
एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने साफ तौर पर कहा कि 'प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं भोली-भाली नहीं हैं. बल्कि वो कांग्रेस की राजनीति का शिकार हो रही हैं. कांग्रेस इस तरह के प्रदर्शनों से ये संदेश देना चाहती है कि बीजेपी की सरकार में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं. जबकि प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं भी ये जानती हैं कि CAA और NRC से मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है.'

विपक्ष की राजनीति पर सवाल उठाया
वसीम रिजवी इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने केन्द्र सरकार के विरोध में झंडा बुलंद कर रहे विपक्षी दलों को भी आड़े हाथों लिया. उनका कहना था कि 'अखिलेश यादव और और राहुल गांधी की मुस्लिम कट्टरपंथी सियासत की दुकान बंद हो चुकी है. यही वजह है कि कांग्रेस प्रियंका गांधी को आगे कर के धार्मिक सियासत कर रही है. असल में शाहीनबाग प्रदर्शन में 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' की महिलाएं धरने पर हैं.'

बेबुनियाद नहीं है वसीम रिजवी का आरोप 
वसीम रिजवी की बातों में दम है. उन्होंने शाहीनबाग की आंदोलनकारी बुर्कानशीं महिलाओं को मासूम नहीं शातिर बताया है. जो सब कुछ जानते हुए भी सिर्फ राजनीति के लिए सड़कों पर उतर आई हैं. इसके पहले भी शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों पर पैसे लेकर धराना देने के आरोप लग चुके हैं. 

शाहीनबाग की शातिर महिलाओं का बकायदा वीडियो हुआ था जारी
16 जनवरी को एक वीडियो जारी किया गया था, जिसमें छिपे हुए कैमरे में एक लड़का साफ तौर पर यह स्वीकार करता हुआ नजर आता है कि  '500-700 रूपये बंट रहे हैं उनके, और इनकी शिफ्ट चेंज होती है.' 

पूरा वीडियो यहां देखें--

लाखों लोगों की मुश्किल का कारण हैं शाहीनबाग की शातिर महिलाएं

दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में हो रहे प्रदर्शन की वजह से एक तरफ 10 लाख से ज्यादा लोग पिछले महीने भर से ज्यादा समय से लगभग हर दिन ट्रैफिक जाम से जूझने को मजबूर हैं. जबकि, शाहीन बाग में दिल्ली को बेबस करने वाले प्रदर्शनकारी आराम फरमा रहे हैं. कोई क्रिकेट खेलने में, कोई गिल्ली डंडा खेलने में, तो कोई बिरयानी खाने में जुटा हुआ है. 

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साफ दिखाई देता है कांग्रेस का हाथ 
वसीम रिजवी ने शाहीनबाग की शातिर प्रदर्शनकारी महिलाओं के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है. ये इस बात से भी स्पष्ट होता है कि कांग्रेस के कई बड़े नेता CAA के कथित विरोध में झंडा बुलंद करने वाली प्रदर्शनकारी महिलाओं से मिलने पहुंचे हैं. 20 जनवरी को कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह वहां पहुंचे थे. उसके पहले शशि थरुर और मणिशंकर अय्यर भी वहां हाजिरी लगा चुके हैं. 

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